नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट से मिली अंतरिम जमानत के कुछ घंटे बाद ही रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन टीफ अर्णब गोस्वामी बुधवार को देर रात टीवी पर कार्यक्रम किया और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर हमला बोला.
रिपब्लकि टीवी न्यूजरूम से अपने कर्मचारियों और दर्शकों को संबोधित करने हुए गोस्वामी ने कहा, ‘उद्धव ठाकरे मेरे पास तुम्हारे लिए संदेश है. तुम हार गए हो.’
‘गेम इज ऑन’ (खेल जारी है) कहते हुए, उन्होंने आगे कहा, ‘ उद्धव ठाकरे, तुमने मुझे एक पुराने और झूठे केस में गिरफ्तार किया और तुमने मुझसे भी माफी नहीं मांगी है.’
गोस्वामी को 2018 के आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले को लेकर 4 नंवबर को गिरफ्तार किया गया था. मुंबई के एक इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उसकी मां कुमुद नाइक ने पांच अगस्त 2018 को मृत पाया गया था और मौके पर मिले एक सुसाइड नोट में उन्होंने गोस्वामी और दो अन्य पर अपना बकाया चुकाने में नाकाम रहने का आरोप लगाया था.
साक्ष्य की कमियों की वजह रायगढ़ पुलिस ने अप्रैल 2019 में केस को बंद कर दिया था. इस साल मई में नाइक की बेटी अदन्या ने एकबार फिर शिकायत दर्ज कराई तब महाराष्ट्र होम मिनिस्ट्री ने इस केस में फ्रेश जांच की बात कही थी.
गिरफ्तारी के बाद गोस्वामी को अलीबाग ट्रायल कोर्ट के चीफ ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. उन्होंने बांबे हाइकोर्ट में याचिका दायर की लेकिन छह घंटे की मैराथन के बाद हाई कोर्ट ने गोस्वामी की अंतरिम जमानत नहीं दी.
यह भी पढ़ें: अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी फ्री स्पीच और राजनीतिक प्रतिशोध पर दक्षिणपंथी पाखंड को उजागर करती है
‘मैं अकेला नहीं हूं’
बुधवार की रात गोस्वामी ने रिपब्लिक नेटवर्क के एक्सपेंशन की घोषणा की और कहा कि एक साल के भीतर हर राज्य में और कई भाषाओं में उनका चैनल होगा. यही नहीं उन्होंने कहा कि 16-17 महीने के भीतर वह अंतरराष्ट्रीय मीडिया वेंचर की भी शुरुआत करेंगे.
गोस्वामी ने कहा, ‘रोक सकते हो तो रोक लो उद्धव ठाकरे…मैं जेल से भी लांच कर सकता हूं और तुम कुछ नहीं कर सकोगे.
उसने कहा, ‘क्योंकि मैं अकेला नहीं हूं… मेरी टीम और भारत के लोग हमारे साथ हैं.’ उन्होंने मुख्यमंत्री पर सीधी चुनौती देते हुए कहा, ‘आप रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क को नहीं छू सकते.’
उन्होंने कहा, ‘अगर आपको हमारी विचारधारा से कोई समस्या है, तो लोगों के सामने, टीवी पर आमने-सामने की लड़ाई लड़ो पीछे से छुड़ा मत भोंको. आपने एक गैरकानूनी गिरफ्तारी की और अब तक एक बार भी माफी नहीं मांगी.’
गोस्वामी ने यह भी कहा कि पत्रकारों और मीडिया संगठनों में काम करने वालों को आतंकवादियों की तरह माना जा रहा है.
उन्होंने कहा, ‘आपको ऐसा करने में शर्म आनी चाहिए उद्धव ठाकरे. ‘ उन्होंने कहा कि ‘हम आतंकवादी नहीं हैं. आप वो हैं जो सोचते हैं कि आप कानून का उपयोग और दुरुपयोग कर सकते हैं. ”
भारत की जनता रिपब्लिक नेटवर्क के साथ है
अपने अभिभाषण में गोस्वामी ने मुम्बई पुलिस कमीश्नर परम बीर सिंह को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि उनको जनता का साथ उनके 24-25 साल के गहन परिश्रम और पत्रकारिता के सफर के के कारण मिला है.
उनका कहना था , ‘ भारत की जनता रिपब्लिक नेटवर्क के साथ है आपके साथ नहीं.’
इससे पहले मुम्बई पुलिस ने रिपब्लिक टीवी और दो अन्य चैनलों के खिलाफ टीआरपी में कथित धालमेल के आरोप लगाये थे ताकि उनकी एडवर्टाइजिग रेवेन्यू बढ़ जाये.
बाद में मुम्बई पुलिस ने चैनल के कई वरिष्ठ संपादकों और स्टाफ पर सिंह के खिलाफ
गोस्वामी ने कहा कि ‘इस चैनल के हाथरस बलात्कार मामले, अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले और साधुओं की पालघर में हत्या पर रिपोर्टिंग पर गर्व हैं.’
उनका साथ ही कहना था कि जो राजनेता उनके चैनल की पत्रकारिता पर सवाल उठा रहे हैं उनको जवाब देने की वो कोई जरूरत नहीं समझते.
गोस्वामी ने अपनी टीम को धन्यवाद दिया कि जब वे ‘वहां थे’ उनकी टीम के साथियों ने आठ दिनों तक लड़ाई जारी रथी और उनके सहयोगी पहले से भी ‘कही अधिक बहादुर’ रहे.
यह भी पढ़ें: अर्णब गोस्वामी के दफ्तर का कांट्रैक्ट मिलने से पहले ही गहरे वित्तीय संकट में घिरा था मुंबई का डिजाइनर