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Saturday, 21 December, 2024
होमदेशमुस्लिम इस देश के नागरिक हैं उनका भी भारत पर उतना ही हक है जितना हिंदू, जैन और सिख का- रामदेव

मुस्लिम इस देश के नागरिक हैं उनका भी भारत पर उतना ही हक है जितना हिंदू, जैन और सिख का- रामदेव

पतं​जलि ने रुचि सोया कंपनी के अधिग्रहण किए जाने की घोषणा की. राम देव ने कहा कि रुचि सोया और पतंजलि इस वित्त वर्ष में 25000 करोड़ रुपये का कारोबार करेगी.

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नई दिल्ली: पतं​जलि ने रुचि सोया कंपनी के अधिग्रहण किए जाने की घोषणा की. इस घोषणा के दौरान राम देव ने कहा कि रुचि सोया और पतंजलि इस वित्त वर्ष में 25000 करोड़ रुपये का कारोबार करेगी और अगले वर्ष देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी बनेगी.

यही नहीं मीडिया से बातचीत के दौरान योग गुरु ने यह भी कहा कि रुचि सोया का इस वित्तीय वर्ष में 12000 करोड़ और पतंजलि का 13000 करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान है. आने वाले पांच वर्षों में तीन सौ प्रतिशत की ग्रोथ के साथ-साथ 50 हजार करोड़ का टर्नओवर हमारा लक्ष्य है. इस बड़ी घोषणा के बीच योग गुरु देश की आर्थिक स्थिति, महंगाई के साथ साथ हिंदू मुस्लिम मुद्दे पर भी जमकर अपनी बातकर रखी.

योगगुरु बाबा रामदेव ने नागरिकता संशोधन विधेयक और जेएनयू के मुद्दे पर कहा कि यह देश जितना मोदी का उतना ही यह देश विपक्ष और आम आदमी का है. विश्वविद्यालय में चल रहे प्रदर्शन उन्होंने कहा कि ऐसे प्रदर्शनों से भारत की बदनामी हो रही है. किसी भी तरह की हिंसा व अराजकता फैलना और हर समय जनआंदोलन में जुटे रहना यह छात्रों का मुख्य उत्तरदायित्व नहीं है. देश में जनसंख्या नियंत्रण पर उन्होंने कहा, जनसंख्या नियंत्रण के लिए सरकार को बढ़ाने चाहिए क्योंकि जमीन या रिसॉर्स को बढ़ाना तो संभव नहीं है.

संवाददाताओं से बाबा रामदेव ने कहा, ‘आज हम जितना सम्मान हम धर्म, संसद को देते हैं उतना ही सम्मान हमें उद्यमिता, उद्योग और व्यापार को देना चाहिए. कहीं न कहीं व्यापार को अभी भी भेद की दृष्टि से देखा जाता है. यदि हमे चीन अमेरिका और अन्य देशों का मुकाबला करना है तो हमे देश को आर्थिक दृ​ष्टि से उन्नत बनाना होगा.’

छात्र भविष्य पर ध्यान दें, आंदोलन राजनीतिक दलों पर छोड़ें

रामदेव ने कहा, ‘पिछले कई महीनों से दुनिया में भारत की हिंसा, आंदोलन, विरोध, अराजकता और नफरत को लेकर बदनामी हो रही है. जेएनयू और अन्य विश्वविद्यालय के छात्रों से कहना चाहूंगा कि यह आंदोलन करने का काम राजनीतिक दलों पर छोड़ दीजिए नहीं तो वे लोग बेरोजगार हो जाएंगे. किसी भी तरह की हिंसा व अराजकता फैलाना और हर समय जनआंदोलन में जुटे रहना यह छात्रों का मुख्य उत्तरदायित्व नहीं है.’

रामदेव ने छात्र आंदोलन पर कहा, ‘छात्र अपने भविष्य पर ध्यान दे. अपनी प्रतिभाओं का विकास करें.’

उन्होंने आगे कहा, ‘छात्र देश के विकास में योगदान दें यह समझ में आता है लेकिन हर समय आजादी के नारे लगाना, इस मांग में अगर गांधी जी वाली आजादी की बात होती है तो बात समझ में आती है, नेहरु और भगत सिंह वाली आजादी की बात होती है तो समझ आता है, लेकिन जब लोग जिन्ना वाली आजादी के नारे लगाते हैं तो यह सरासर देश के साथ धोखा और गद्दारी है.’

रामदेव ने कार्यक्रम में कहा, ‘विद्यार्थियों को हिंसा, आंदोलन और अराजकता का रास्ता छोड़कर राष्ट्र निर्माण के कामों में लगना चाहिए.’

‘वहीं राजनीतिक दलों को भी यह बात सोचनी चाहिए कि इस देश के लोगों ने 2024 तक भाजपा को जनादेश दे दिया है. संविधान की परंपरा का आदर करते हुए मोदी जी को मौका देना चाहिए.’

‘विपक्ष की भूमिका विरोध और जनआंदोलन होती है और उनका अधिकार भी है, लेकिन उन्हें भी थोड़ा धीरज रखना चाहिए और जनआंदोलन और सरकार विरोध करने के साथ राष्ट्र निर्माण में उनको भी अपनी भूमिका निभानी चाहिए.’

देश की बड़ी समस्या महंगाई, बेरोजगारी और गरीबी

उन्होंने कहा, ‘देश जितना भाजपा का और मोदी का है उतना ही यह देश मुसलमानों का और सभी का है. देश की इज्जत पर कोई आंच आती है तो उससे पूरा देश शर्मसार होता है.

आज देश की बड़ी समस्या महंगाई, बेरोजगारी और गरीबी है. इसमें हम भारत को आत्मनिर्भर कैसे करे यह हमारे लिए बड़ी चुनौती और अवसर भी है. कैसे देश को आगे लेकर जाए इसे लेकर सभी जिम्मेदारी है.’

रामदेव ने कहा, पूरी दुनिया आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहा है. भारत भी इन चुनौतियों के बीच कई अच्छे काम भी कर रहा है.

‘ जहां तक सीएए का प्रश्न है कि पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह भी बोल चुके हैं कि इस कानून से किसी को नुकसान नहीं होने जा रहा है. जो मुस्लिम इस देश के नागरिक हैं उनका भी भारत पर उतना ही हक है जितना हिंदू, जैन, सिख और अन्य धर्म समुदाय का. कुछ लोग लोगों में भय का वातावरण पैदा कर रहे हैं. इनमें कुछ राजनीतिक दल और मजहबी और विदेशी ताकतें शामिल है.’

योग गुरु ने आगे कहा, ‘ इस देश में देशभक्त मु​सलान है उनका मैं सम्मान करता हूं, लेकिन कुछ मुस्लिम को बरगलाने की कोशिश भी कर रहे हैं. मैं इसको मुस्लिम समाज की विचारधारा नहीं मानता हूं. कुछ सिरफिरे लोग उनमें घुसे हुए हैं वे लोग प्रायोजित तरीके से पूरी मुस्लिम समाज को बदनाम कर रहे है. समाज के बड़े उलेमाओं और मौलवियों के साथ- साथ सेलीब्रिटी का आह्वान करता हूं कि वे सामने आकर ऐसे लोगों का विरोध करें क्योंकि इससे पूरा समाज बदनाम होता है. ऐसी बातों से मुस्लिम समाज के बड़े लोगों को बचाना पड़ेगा.’

शाहीन बाग के सवाल के पर रामदेव ने कहा कि यह देश जितना हिंदू का है उतना ही मुस्लिमों का. किसी को डरने की जरुरत नहीं है. देश में एक भय का माहौल तैयार किया जा रहा है.लेकिन सड़कों पर धरना प्रदर्शन ठीक नहीं है.

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