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नयी दिल्ली, एक मई (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में यमुना रिवरफ्रंट परियोजना को गुजरात के साबरमती रिवरफ्रंट की तर्ज पर विकसित किया जाएगा और इसे तय समयसीमा के भीतर पूरा किया जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री गुजरात और महाराष्ट्र के 65वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर असिता में यमुना के विकसित डूब क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, दिल्ली के लोक निर्माण मंत्री प्रवेश साहिब सिंह और गुजरात के मंत्री भी उपस्थित थे।
शाह ने यमुना तट की सफाई के लिए उपराज्यपाल के प्रयासों की सराहना की और कहा कि क्षेत्र को बदलने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं यमुना के तटों की सफाई और कूड़ा हटाने के लिए उपराज्यपाल के प्रयासों की सराहना करता हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में यमुनोत्री से प्रयागराज तक यमुना की सफाई और दिल्ली में रिवरफ्रंट की योजना बनाई है।’’
शाह ने कहा, ‘‘गुजरात में साबरमती रिवरफ्रंट की तरह यमुना पर रिवरफ्रंट बनाने का काम पहले ही शुरू हो चुका है। मुझे यकीन है कि यह योजना सफल होगी और समय पर पूरी होगी।’’
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यमुना नदी की सफाई केवल स्थानीय मुद्दा नहीं बल्कि राष्ट्रीय महत्व का मुद्दा है।
शाह ने कहा, ‘‘भाजपा इस परियोजना को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। यमुना की सफाई देश के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसे निश्चित रूप से पूरा किया जाएगा।’’
केंद्रीय गृह मंत्री की टिप्पणी भारत के शहरी बुनियादी ढांचे और नदी प्रणालियों को पुनरुद्धार करने की सरकार की बड़ी पहल का हिस्सा है। नदी को साफ करने के कई असफल प्रयास हुए हैं, जो लंबे समय से प्रदूषण और अतिक्रमण से ग्रस्त है।
इस कार्यक्रम में शाह ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि उनकी याद में स्थापना दिवस समारोह सादगी से मनाया जा रहा है।
शाह ने इस दिन के महत्व को रेखांकित किया जब 1960 में तत्कालीन बंबई प्रेसीडेंसी का शांतिपूर्ण विभाजन कर गुजरात और महाराष्ट्र राज्य बनाए गए। उन्होंने दोनों राज्यों को ‘‘देश का आर्थिक स्तंभ’’ बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘वाइब्रेंट गुजरात और मैग्निफिसन्ट महाराष्ट्र विकास के शक्ति स्तंभ हैं। उद्योग, संस्कृति और बुनियादी ढांचे में उनका योगदान बहुत बड़ा है।’’
शाह ने बताया कि यद्यपि उनका जन्म और विवाह महाराष्ट्र में हुआ, परंतु गुजरात उनकी ‘‘कर्मभूमि’’ है।
इस कार्यक्रम में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी राजधानी की सांस्कृतिक विविधता का जश्न मनाने के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में हर राज्य के लाखों लोग रहते हैं। इसलिए यह वास्तव में ‘लघु भारत’ है। गुजरात और महाराष्ट्र के लोग भी दिल्ली में रहते हैं। मैं कहना चाहती हूं कि दिल्ली आप सभी की है और दिल्ली सरकार हमेशा सम्मान से लेकर अच्छी शिक्षा और अवसर तक सब कुछ प्रदान करने का प्रयास करेगी।’’
गुप्ता ने कहा कि दिल्ली के विकास में सभी राज्यों के लोगों का योगदान है।
मुख्यमंत्री ने इस साल की शुरुआत में घोषणा की थी कि दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी की बहुसांस्कृतिक पहचान को मान्यता देते हुए आधिकारिक तौर पर सभी भारतीय राज्यों के स्थापना दिवस मनाएगी।
भाषा धीरज संतोष
संतोष
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