नोएडा (उप्र), नौ जून (भाषा)। यमुना एक्सप्रेसवे विकास प्राधिकरण क्षेत्र की धनोरी आर्द्रभूमि के दिन बहुरने वाले हैं। प्राधिकरण ने आर्द्रभूमि एवं उसके आसपास के 112 हेक्टेयर क्षेत्र को संरक्षित करने की बनापत्ति दे दी है।
इस आर्द्रभूमि को रामसर साइट घोषित कराने के लिए वन विभाग ने प्राधिकरण से अनापत्ति मांगी थी। अब आर्द्रभूमि को संरक्षित करने का रास्ता साफ हो गया है।
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में धनोरी आर्द्रभूमि है। अभी तक इसको संरक्षित करने की कोई इंतजाम नहीं था। वन विभाग ने इसके लिए कवायद शुरू की है। यह आर्द्रभूमि प्रवासी पक्षियों का सर्दियों में मुख्य प्रवास स्थल है। हर साल यहां बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं।
उत्तर प्रदेश राज्य पक्षी सारस का भी धनौरी आद्रभूमि प्रमुख प्रवास क्षेत्र है। इसलिए इसे रामसर साइट घोषित कराने की मांग भी की जा रही थी। अब इसकी दिशा में सकारात्मक कदम बढ़ गए हैं।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डा. अरुणवीर सिंह ने बताया कि आर्द्रभूमि संरक्षण के लिए वन विभाग में अनापत्ति प्रमाण पत्र मांगा था। प्राधिकरण ने अनापत्ति दे दी है।
भाषा सं राजकुमार
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