नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय का लक्ष्मीबाई कॉलेज आरएसएस समर्थित शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास (एसएसयूएन) के साथ वैदिक गणित का सर्टिफ़िकेट कोर्स शुरू करने जा रहा है. एसएसयूएन के संजय स्वामी की उपस्थिति में कॉलेज की प्राचार्य डॉ. प्रत्युष वत्सला ने न्यास के साथ एमओयु के तहत ये सर्टिफ़िकेट कोर्स शुरू कर दिया है.
इस अवसर पर संजय स्वामी ने कहा, ‘भारत में वर्तमान समय में गणित को एक कठिन विषय समझा जाता है. आम तौर पर हमारे विद्यार्थियों में गणित का भय देखा जाता है जबकि भारत की सम्पदा कही जाने वाली पद्धति वैदिक गणित से विद्यार्थी कठिन प्रश्न का हल पलक झपकते ही कर सकते हैं.’
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास में वैदिक गणित के राष्ट्रीय संयोजक श्रीराम चौथीवाला द्वारा दिप्रिंट को दी गई जानकारी के मुताबिक नागपुर स्थित कालिदास संस्कृति यूनिवर्सिटी में 10 साल वैदिक गणित का सर्टिफ़िकेट और डिप्लोमा कोर्स चल रहा है. इसके संचालन के लिए न्यास द्वारा शिक्षक उपलब्ध कराए जाते हैं.
वैदिक गणित से होने वाले फ़ायदों से जुड़ा दावा करते हुए चौथीवाला ने कहा, ‘इससे स्पीड और एक्यूरेसी बेहतर होती है जिससे प्रतियोगी परीक्षाओं में सफ़लता पाने में मदद मिलती है. साथ ही वैदिक गणित से लॉजिकल रीज़निंग बेहतर होती है और गणित के फ़ोबिया से मुक्ति मिलती है.’
इस कोर्स का रजिस्ट्रेशन फ़ीस 500 और कोर्स फ़ीस 2000 रुपए है. इसकी रजिस्ट्रेशन की तारीख़ दो बार बढ़ाई जा चुकी है. पहली तारीख दो अक्टूबर थी जिसे बढ़ाकर 9 अक्टूबर किया गया था और अभी इसे एक बार और 20 अक्टूबर तक बढ़ाया जा सकता है. कोर्स की शुरुआत अक्टूबर के अंत तक में होने की संभावना है.
य़ह भी पढ़ें: 2020 में IIT की परीक्षा देने वाले छात्रों को कोविड के कारण अगले साल JEE एडवांस्ड में एक और मौका मिल सकता है
कॉलेज के छात्रों के अलावा भी छात्र ले सकते हैं प्रवेश
कोर्स से जुड़ी लक्ष्मीबाई कॉलेज की असिस्टेंट प्रोफ़ेसर सुचेता गाबा ने दिप्रिंट से कहा, ‘हमने इस कोर्स से जुड़ा एक वेबीनार आयोजित किया था जिसमें बच्चों ने इसे लेकर का काफ़ी उत्साह दिखाया.lहमें उम्मीद है कि इससे बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं में काफ़ी मदद मिलेगी.’
चौथीवाला ने ये भी बताया कि न्यास से जुड़े जो लोग ये विषय पढ़ा रहे होते हैं वो इसके लिए कोई ‘पैसा नहीं लेते’ हैं. वैदिक गणित के राष्ट्रीय सह-संयोजक श्री राकेश भाटिया एवं दिल्ली प्रांत के वैदिक गणित के सह-संयोजक श्री अनिल ठाकुर ने बताया कि जो भी विद्यार्थी इस 6 माह के सर्टिफ़िकेट कोर्स में प्रवेश लेना चाहते हैं उन्हें दिल्ली विश्वविद्यालय के लक्ष्मीबाई कॉलेज से सम्पर्क कर प्रवेश मिल सकता है.
इस कोर्स में लक्ष्मीबाई कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अतिरिक्त अन्य कोई भी प्रवेश ले सकता है. संस्था का दावा है कि कोरोना जैसी आपदा को अवसर में बदलते हुए एसएसयूएन द्वारा इस समय में क्लास 3 से लेकर 12वीं तक के 1.5 लाख से अधिक विद्यार्थियों को वैदिक गणित का ऑनलाइन नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया गया.
वर्तमान में यह कक्षाएं नियमित रूप से हर रविवार शाम 5 बजे से शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास (@ShikshaSanskriti) के अधिकारिक फ़ेसबुक पेज से संचालित की जा रही है. संस्था का ये भी दावा है कि वो कई सालों से इस विषय पर काम कर रहा है.
एसएसयूएन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक संस्था द्वारा वैदिक गणित का कक्षा पहली से बारहवीं तक के स्लेबस के अलावा सर्टिफ़िकेट और डिप्लोमा कोर्स का पाठ्यक्रम भी तैयार किया गया है जो सैकड़ों विद्यालयों और 10 विश्वविद्यालयों में संचालित किया जा रहा है.
यह भी पढ़ें: DU में प्रवेश के लिए ऊंचा कट ऑफ रखने का छात्र संगठनों ने किया विरोध