नयी दिल्ली, 12 मई (भाषा) वाम दलों ने विदेश सचिव विक्रम मिसरी को निशाना बनाने वाले ऑनलाइन ट्रोल की सोमवार को आलोचना की और इस मामले पर सरकार की चुप्पी को लेकर सवाल उठाए।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मिसरी और उनकी बेटी को ऑनलाइन ट्रोल किए जाने पर एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए ‘एक्स’ पर मिसरी की एक तस्वीर साझा की।
माकपा ने कहा, ‘‘सरकार चुप क्यों है? ट्रोल को शर्म आनी चाहिए।’’
माकपा के राज्यसभा सदस्य जॉन ब्रिटास ने रविवार को कहा था कि मिसरी भारत के सबसे शानदार अधिकारियों में से एक हैं।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर दावा किया कि विदेश सचिव को यह कहने के लिए निशाना बनाया जा रहा है कि ‘‘आतंकवादी भारत को सांप्रदायिक आधार पर विभाजित करना चाहते थे और भारत के लोगों ने अपनी एकता से इसे हरा दिया।’’
वाम दल ने कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि हमारी एकता और लोकतंत्र से कौन नफरत करता है।’’
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने सवाल किया कि सरकार द्वारा लिए गए फैसले के लिए मिसरी को क्यों ट्रोल किया जा रहा है।
उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘प्रधानमंत्री द्वारा लिए गए निर्णय के लिए विदेश सचिव को क्यों ट्रोल किया जाना चाहिए? क्या ऐसा इसलिए है कि उन्होंने आतंकवादियों के सांप्रदायिक मंसूबे को विफल करने के लिए भारतीय नागरिकों को धन्यवाद दिया?’’
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