नई दिल्ली: चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने बृहस्पतिवार को विनी महाजन को हटाकर उनकी जगह अनिरुद्ध तिवारी को मुख्य सचिव नियुक्त किया है.
तिवारी भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1990 बैच के अधिकारी हैं और वर्तमान में अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास, अतिरिक्त मुख्य खाद्य प्रसंस्करण, अतिरिक्त मुख्य सचिव बागवानी और अतिरिक्त मुख्य सचिव शासन सुधार एवं लोक शिकायत का पदभार संभाल रहे हैं.
निवर्तमान मुख्य सचिव सहित पांच अधिकारियों की अनदेखी कर तिवारी को मुख्य सचिव बनाया गया है. गुरुवार को जारी एक सरकारी आदेश के अनुसार, सभी पांच अधिकारियों को पंजाब सरकार का ‘विशेष मुख्य सचिव’ बनाया गया है.
1987 बैच की अधिकारी महाजन को पिछले साल अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान मुख्य सचिव नियुक्त किया गया था और वह राज्य में इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली महिला अधिकारी थीं.
महाजन को अमरिंदर सिंह का करीबी माना जाता है, जिन्होंने पिछले हफ्ते कांग्रेस में सत्ता संघर्ष के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.
बृहस्पतिवार को जारी सरकारी आदेश के अनुसार महाजन का पदस्थापन आदेश बाद में जारी किया जाएगा.
आदेश के अनुसार, रवनीत कौर (1988 बैच-आईएएस अधिकारी), संजय कुमार (1988-बैच), वी के जंजुआ (1989-बैच) और कृपा शंकर सरोज (1989-बैच) को तत्काल प्रभाव से विशेष मुख्य सचिव के रूप में नामित किया गया है.
सरकार बदलने के बाद नौकरशाहों का तबादला तय माना जा रहा था. पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता के तबादले की अटकलें भी तेज हैं. गुप्ता महाजन के पति हैं.
चन्नी के नेतृत्व वाली सरकार ने मंगलवार को नौ आईएएस और दो पीसीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया था. इससे पहले, इसने मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव और विशेष प्रमुख सचिव का तबादला किया था.
कांग्रेस ने रविवार को चरणजीत सिंह चन्नी को राज्य के कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना था. उन्होंने सोमवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
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कौन हैं तिवारी
अनिरुद्ध तिवारी राज्य के सबसे बेहतरीन अधिकारियों में से एक हैं जिन्होंने बीते सालों में कई अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं. तिवारी न केवल सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार में बल्कि शिरोमणि अकाली दल की सरकार के समय भी कई शीर्ष पदों पर रह चुके हैं.
पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल के कार्यकाल के समय तिवारी वित्त विभाग में वित्त सचिव के तौर पर कार्यरत थे.
अकाली दल की सरकार के समय उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने तिवारी को पंजाब ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन में चीफ एग्जिक्यूटिव बनाया था. ये निवेश लाने के लिए बादल का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट था.
उद्योग और वाणिज्य विभाग में भी तिवारी प्रिंसिपल सेक्रेटरी के तौर पर काम कर चुके हैं.
उनकी कार्यकारी रिकॉर्ड शीट के अनुसार, उनकी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर, तिवारी ने आर्थिक मामलों के विभाग में एक निदेशक के रूप में और केंद्रीय वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग में उप सचिव के रूप में कार्य किया. वह इंटरनेशनल फंड फॉर एग्रीकल्चर डेवलपमेंट (आईएफएडी) के कंट्री कोऑर्डिनेटर भी थे.
तिवारी थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पटियाला से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर हैं. 54 वर्षीय तिवारी ने पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से अर्थशास्त्र में परास्नातक और ड्यूक विश्वविद्यालय, यूएस से अंतर्राष्ट्रीय विकास नीति (विदेशी मामलों) में मास्टर डिग्री प्राप्त की हुई है.
तिवारी वर्तमान में जिन विभागों का नेतृत्व कर रहे हैं, वो उनके पास ही रहेंगे.
(भाषा और चितलीन सेठी के इनपुट्स के साथ)
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