नई दिल्ली: एक तरफ दिल्ली के विज्ञान भवन में किसान बिलों को लेकर किसान नेताओं के साथ कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल चौथे दौर की बातचीत कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध जताते हुए ‘पद्म विभूषण’ पुरस्कार वापस कर दिया है.
‘जो भी हूं किसानों की वजह से ही हू’
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बादल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को तीन पन्नों की चिट्ठी लिख कर उन्होंने किसान कानूनों का विरोध जताया साथ ही किसानो पर हुई कार्रवाई की निंदा की और इसके साथ सम्मान वापस किए जाने की बात कही.
पत्र में बादल ने यह भी लिखा कि ‘आज मैं जो भी हूं किसानों की वजह से ही हूं.’
शिरोमणि अकाली दल के नेता बादल ने कहा, ‘आज जब उसने अपने सम्मान से ज्यादा खोया है तो ऐसे में मुझे पद्म विभूषण पुरस्कार रखने का कोई औचित्य नहीं समझ आता.’
पार्टी ने एक बयान में कहा,‘ प्रकाश बादल ने भारत सरकार द्वारा किसानों के साथ की गई धोखाधड़ी, बेरूखी और कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के चल रहे शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक आंदोलन पर सरकार के रुख के विरोध में पद्म विभूषण लौटा दिया है.’
बादल ने कहा कि किसान जीने के अपने मूलभूत अधिकार की रक्षा के लिए कड़ाके की ठंड में कड़ा संघर्ष कर रहे हैं.
प्रकाश सिंह बाद पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और पिछले दिनों एनडीए में भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी रही उनकी पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने कृषि कानूनों के विरोध में ही नाता तोड़ा था.इसी दौरान सांसद हरसिमरत कौर बादल ने इन कानूनों के विरोध में केंद्रीय मंत्रीमंडल से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद पार्टी के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल केंद्र के खिलाफ मुखर होकर बोला था साथ ही उन्होंने इन कानूनों के विरोध में तीन तख्तों से चंडीगढ़ तक ट्रैक्टर मार्च भी निकाला था.
पिछले आठ दिनों से किसान कानून वापस लिए जाने की मांग के साथ दिल्ली के कई बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं. कई राजनीतिक दलों ने इस आंदोलन में किसानों का समर्थन करने की बात कही है.
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‘जल्द हल निकालें किसान’
इसी बीच गृहमंत्री ने किसान आंदोलन को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात की . लंबी चली बैठक के बाद मीडिया से बात चीत में सीएम ने कहा, ‘मैंने गृह मंत्री को पंजाब में अपनी स्थिति दोहराई है और कहा है कि ज़ल्दी इसका कोई हल निकलना चाहिए. पंजाब के किसानों को भी अपील करता हूं कि हम ज़ल्दी इसका हल निकालें, क्योंकि इसका पंजाब की अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर हो रहा है.’
उन्होंने कहा कि किसानों और केंद्र के बीच चर्चा चल रही है, मेरे पास हल करने के लिए कुछ भी नहीं है. मैंने गृह मंत्री के साथ अपनी बैठक में अपना विरोध दोहराया और उनसे इस मुद्दे को हल करने का अनुरोध किया, क्योंकि यह मेरे राज्य की अर्थव्यवस्था और राष्ट्र की सुरक्षा को प्रभावित करता है.
मैंने गृह मंत्री को पंजाब में अपनी स्थिति दोहराई है और कहा है कि ज़ल्दी इसका कोई हल निकलना चाहिए और पंजाब के किसानों को भी अपील करता हूं कि हम ज़ल्दी इसका हल निकालें क्योंकि इसका पंजाब की अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर हो रहा है: कैप्टन अमरिंदर सिंह #FarmersProtest https://t.co/sTtTuOKGpF pic.twitter.com/vIixtdGjEJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 3, 2020
वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने दिप्रिंट से हुई खास बातचीत कहा कि सरकार लगातार किसानों से बात कर रही है, हमें कुछ सकारात्मक नतीजे की उम्मीद है.
तोमर ने यह भी कहा, ‘सरकार किसानों के साथ हर मुद्दे पर बात करने को तैयार है एमएसपी कभी भी क़ानून का हिस्सा नहीं रहा है और अगर एमएसपी को ख़त्म करना होता तो पीएम मोदी ने एमएसपी पर बोनस क्यों दिया होता.’
टिकैत बोले आज सफल रही बातचीत तो रिपब्लिक डे परेड में हिस्सा लेंगे
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, ‘उन्हें उम्मीद है कि आज की बातचीत सफल रहेगी. अगर हमारी मांगे नहीं मानी गईं तो किसान अगले साल रिपब्लिक डे परेड में हिस्सा लेंगे.’
विज्ञान भवन में चल रही बैठक में करीब 40 किसान नेता मौजूद हैं. हालांकि प्रदर्शनकारियों में अधिकतर पंजाब और हरियाणा के किसान नेता हैं. वहीं दूसरी तरफ यूपी में भी किसान बिलों को लेकर विरोध शुरू हो चुका है और पिछले तीन दिनों से किसान दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं.
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