नई दिल्लीः दिल्ली में जंतर-मंतर पर कई दिनों से चल रहे विरोध प्रदर्शन को पहलवानों ने खत्म कर दिया है. केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने घोषणा की कि जब तक ‘ओवरसाइट कमेटी’ जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक डब्ल्यूएफआई चीफ बृजभूषण शरण सिंह को दैनिक कार्यकलाप से अलग रखा जाएगा और एक कमेटी इस काम को देखेगी.
खिलाड़ियों के साथ लगातार चर्चा चलीं. सभी खिलाड़ियों ने भारतीय कुश्ती संघ पर गंभीर आरोप लगाए और क्या सुधार ये चाहते हैं, ये बात भी सामने आई…एक ओवरसाइट कमेटी का गठन किया जाएगा। अगले 4 हफ्तों में ये अपनी जांच को पूरा करेंगे.
आंदोलन को खत्म करते हुए पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा कि सभी खिलाड़ियों को केंद्रीय मंत्री (अनुराग ठाकुर) ने आश्वासन दिया है. सभी को समझाया भी है…हम खिलाड़ी अपने आंदोलन को बंद कर रहे हैं क्योंकि हमें सरकार ने आश्वासन दिया है. हमें विश्वास है कि हमें न्याय मिलेगा.
मीडिया से बात करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि खिलाड़ियों ने अपनी मांग सामने रखी है हमने भारतीय कुश्ती संघ पर जब ये आरोप लगाए गए तो उन्हें एक नोटिस जारी किया गया और उनसे 72 घंटे के अंदर जवाब देने को कहा गया और उन्होंने उसका जवाब भी दिया. इसी तरह से हमें उनके सपोर्ट की जरूरत है ताकि इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाया जा सके.
प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान ठाकुर साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट, रवि दहिया सहित अन्य कई पहलवानों के साथ थे.
बता दें कि पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और कोच द्वारा यौन शोषण के आरोप लगाए थे और यह भी कहा था कि फेडरेशन की कार्यप्रणाली भी ठीक नहीं है.
हालांकि, बृजभूषण शरण सिंह ने सभी आरोपों को खारिज किया और कहा कि वह इस राजनीतिक षडयंत्र का पर्दाफाश करेंगे.
यह भी पढ़ेंः वेणुगोपाल धूत को मिली जमानत, हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी की वजह को बताया ‘आधारहीन’