कोलकाता, चार सितंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के मुख्य सचेतक शंकर घोष को बृहस्पतिवार को बंगाली प्रवासियों पर ‘‘अत्याचार’’ से संबंधित एक सरकारी प्रस्ताव को लेकर चर्चा के दौरान हंगामा करने के कारण पूरे दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया। पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रस्ताव पर बोलने वाली थीं, तभी भाजपा विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी जिसके बाद घोष को निलंबित कर दिया गया।
भाजपा विधायकों ने जानना चाहा कि दो सितंबर को विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को क्यों निलंबित किया गया था।
जब घोष ने जाने से इनकार किया तो मार्शल की मदद से उन्हें सदन से बाहर निकाल दिया गया।
मुख्यमंत्री ने भाजपा विधायकों के ‘‘असंसदीय आचरण’’ की निंदा की और कहा कि वे बंगाली प्रवासियों के अधिकारों और सुरक्षा से संबंधित एक गंभीर चर्चा को बाधित करने की कोशिश कर रहे थे।
हंगामे के बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने नारेबाजी शुरू कर दी, जिसके कारण कई बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
भाषा सुरभि मनीषा
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