जम्मू, 12 जून (भाषा) केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने रविवार को जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद ‘ अंतिम सांस’’ले रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार विस्थापित कश्मीरी पंडितों की घाटी में सम्मानजनक वापसी और पुनर्वास सुनिश्चित करेगी।
पटेल ने कहा कि सरकार और उसकी एजेंसियां कुछ लोगों के हथकंड़ों से निपटने के लिए सतर्क है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के ऊंचाई पर पहुंचने से जलते हैं और देश में सांप्रदायिक तनाव पैदा कर रहे हैं।
मंत्री ने साथ ही कहा कि भारत का मुकुट पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के बिना अधूरा है।
भाजपा की विस्थापित कश्मीरियों की इकाई द्वारा आयोजित कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए पटेल ने कहा, ‘‘हम कश्मीरी पंडितों को गत तीन दशक से चुनौतियों का बहादुरी से सामना करने की प्रतिबद्धता के लिए सलाम करते हैं। हालात तेजी से बदल रहे हैं और आतंकवाद अंतिम सांस ले रहा है।’’
उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई निर्णायक दौर में पहुंच गई है और ‘‘हम जीत की ओर बढ़ रहे हैं।’’
पटेल ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार जम्मू और देश के विभिन्न हिस्सों और बाहर भी कश्मीरी पंडितों की समस्या को लेकर सचेत है। केंद्र और केंद्र शासित प्रदेश की सरकार मिलकर काम कर रही है, ताकि एक समय सीमा के भीतर कश्मीरी पंडितों की सम्मानजनक वापसी और पुनर्वास सुनिश्चित हो सके।’’
उन्होंने घाटी में आतंकवादियों द्वारा लक्षित हत्याओं का सदंर्भ देते हुए कहा कि बहुत चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि सरकार और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और उन्हें (आतंकवादियों को) माकूल जवाब दे रही हैं।
पटेल ने कहा कि मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने दुनिया को दिखाया कि वह कुछ भी करने में सक्षम है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने जमीनी स्तर पर (पंचायत और शहरी निकाय चुनाव कराकर) पर लोकतंत्र को स्थापित किया है, तेजी से विकास कर रहे हैं, केंद्रीय योजनाओं से गरीबों को लाभ हो रहा है, परिसीमन का कार्य पूरा हो चुका है और अर्हता रखने वाले समुदायों को आरक्षण भी दिया गया है।’’
भाजपा से निलंबित दो नेताओं की पैगंबर मुहम्म्द पर की गई कथित ‘‘ आपत्तिजनक टिप्पणी’’को लेकर जम्मू-कश्मीर सहित देश के अलग-अलग हिस्सों में पैदा हो रहे सांप्रदायिक तनाव के बारे में पूछे जाने पर पटेल ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में देश की लोकप्रियता बढ़ रही है और ऐसी ताकते हैं जो इससे ईर्ष्या रखती है और नहीं चाहती कि शांति हो।
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ ताकते हैं, सरकार, पुलिस व खुफिया विभाग सहित उसकी एजेंसियां कानून के तहत उनसे निपटने को लेकर सतर्क हैं।’’
इससे पहले एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पटेल ने कहा कि गत 48 घंटे में देश के विभिन्न हिस्सों में हुए प्रदर्शनों को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘ यह सबूत है कि जो प्रदर्शनों के पीछे हैं वे मोदी के दोबारा त्ता में आने से ईर्ष्या रखते हैं।’’
अगस्त 2019 में संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाने का संदर्भ देते हुए पटेल ने कहा कि वह भाजपा में शामिल हुए क्योंकि वह इस अनुच्छेद को हटाना चाहते थे।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कल्पना नहीं की थी कि मेरे आंखों के सामने अनुच्छेद 370 खत्म होगा…यह आसान कार्य नहीं था।’’ पटेल ने कहा कि इसी तरह का मामला राम मंदिर निर्माण और तीन तलाक का था। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की अधिकतर योजनाएं महिला केंद्रित हैं।
मंत्री ने कहा कि मोदी नीत सरकार ने अधिकतर मुद्दों का समाधान कर दिया है। लेकिन अब भी कुछ बचे हुए मुद्दे हैं, जो मेरे दिल के करीब है और उनका समाधान करने की जरूरत है।
पटेल ने दावा करते हुए कहा,‘‘भारत का मुकुट पीओके के बिना पूर्ण नहीं होगा और जो एक दिन हमारा होगा। इसके बिना हमारी प्रगति अधूरी है।’’
उन्होंने कश्मीरी पंडितों को भरोसा दिया कि उनकी मांगों जैसे अधिक क्षेत्रफल के फ्लैट, मासिक राहत में वृद्धि और युवाओं को रोजगार के अवसर पर गौर किया जाएगा।
इस बीच, कश्मीरी पंडित यूनाइटेड फ्रंट ने मंत्री को ज्ञापन सौंपा जिसमें मुद्दे का समाधान और एक ही स्थान पर समुदाय के पुनर्वास की मांग सहित अन्य मांगें की गई हैं।
भाषा धीरज नरेश
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