नई दिल्ली: बीते दो हफ्ते से दिल्ली के बीचो-बीच जंतर-मंतर पर दिन-रात लगातार पहलवानों का विरोध जारी है, जिसका कोई अंत होता नज़र नहीं आ रहा है.
भारत के प्रमुख पहलवान बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मल्लिक भारतीय कुश्ती में कथित यौन उत्पीड़न के खिलाफ एक आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं और भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को पद से हटाने और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सासंद बृजभूषण शरण सिंह पर एक नाबालिग सहित सात पहलवानों की शिकायतों के आधार पर दो मामले दर्ज किए गए हैं. हालांकि, उन्होंने सभी आरोपों का खंडन किया है.
दिप्रिंट की शुभांगी मिश्रा के साथ, भारत के टॉप पहलवानों में से एक विनेश फोगाट के इंटरव्यू के कुछ अंश:
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शुभांगी: विरोध प्रदर्शन को 2 हफ्ते बीत गए हैं, आप फुटपाथ पर सो रही हैं. कैसा महसूस कर रही हैं?
विनेश: देश का समर्थन हमें आगे बढ़ाता है. हर एक क्षेत्र और हर उम्र की महिलाओं ने हमारे साथ अपनी कहानियां साझा की हैं और एकजुटता दिखाई है. हम एक विशाल, गंदी व्यवस्था के खिलाफ हैं. हम नहीं जानते कि इसका परिणाम क्या होने वाला है. मैं खुद को सौभाग्यशाली मानती हूं कि मुझे इसके खिलाफ आवाज़ उठाने का साहस मिला.
शुभांगी: क्या बृजभूषण अब भी आपको धमका रहा है जैसा कि आपने पहले भी दावा किया था?
विनेश: बहुत ज्यादा. वो हमें, हमारे रिश्तेदारों, दोस्तों और परिवार को जान से मारने की धमकी भेजता है. वो हमें हमारे घरों में धमकाता है. वो मुझसे, साक्षी और बजरंग से कहता हैं कि अगर हम विरोध बंद नहीं करेंगे तो वे हमें, हमारे परिवार के सदस्यों को मार देगा. वो माफिया का भी इस्तेमाल करता है.
शुभांगी: आपने केंद्र को सीधे चुनौती दी है, इस लिहाज़ से क्या आप अपने करियर को लेकर चिंतित हैं?
विनेश: हमने डर को बहुत पीछे छोड़ दिया है. हम नहीं जानते कि हम हारेंगे या जीतेंगे, लेकिन अगर हम नहीं बोलेंगे, तो कौन बोलेगा? अगर हमारी शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा, तो सोचिए कि युवा खिलाड़ियों के साथ क्या होता होगा.
शुभांगी: महिलाओं को कुश्ती की दुनिया में स्वीकार किया जाना मुश्किल है. क्या ये आरोप युवा लड़कियों को और भी डराएंगे?
विनेश: मैं झूठ नहीं बोलूंगी, इस समय डर का माहौल है. यहां तक कि मेरे परिवार में भी. हमारे परिवार ने सिर्फ हमारे मेडल देखे हैं, लेकिन अगर हम इस लड़ाई को बीच में ही छोड़ दें तो बहुत सारी महिलाएं हार जाएंगी. अगर उसे (बृजभूषण) गिरफ्तार किया जाएगा, तो यह सफलता होगी.
शुभांगी: बबिता फोगाट (चचेरी बहन, शीर्ष पहलवान और भाजपा युवा विंग की सदस्य) के साथ चीज़ें कैसी हैं? वो पहले गुस्से में थीं.
विनेश: मुझे परवाह नहीं है कि कौन नाराज़ है और कौन नहीं. जो मेरे साथ खड़ा है वो मेरा दोस्त है, जो मेरे खिलाफ है चाहे परिवार से ही क्यों न हो वो मेरा दुश्मन है.
शुभांगी: सानिया मिर्ज़ा, बाइचुंग भूटिया और इरफान पठान जैसे अन्य खेलों के कई खिलाड़ियों ने आपके साथ एकजुटता दिखाई है, लेकिन उनका समर्थन ट्विटर तक ही सीमित है. वह धरना स्थल पर क्यों नहीं आ रहे हैं?
विनेश: अगर आप बदलाव चाहते हैं तो आपको यहां आकर हमारे साथ बैठना होगा. मैं उनके समर्थन की सराहना करती हूं, लेकिन अगर वो यहां आएंगे तो विरोध और भी तेज़ होगा. कोई यह दावा नहीं कर पाएगा कि हम झूठ बोल रहे हैं. इससे देश के लिए बहुत कुछ बदलेगा. हर खेल एक जैसा है. उत्पीड़न कुश्ती के लिए अलग नहीं है. हमें और आवाज़ें उठाने वाले चाहिए. अगर हम बिखरे रहेंगे, तो हमें तोड़ना आसान होगा, लेकिन अगर हम एक साथ रहेंगे, तो हम एक मजबूत मुट्ठी की तरह होंगे, जिसे खोलना मुश्किल होगा.
शुभांगी: क्या सोशल मीडिया ट्रोलिंग आपको परेशान करती है?
विनेश: बेशक, यह मुझे भयानक लगती है. उन्होंने (ऑनलाइन ट्रोल) हमें नहीं बख्शा, जिन्होंने देश को गौरवान्वित किया… हमें आतंकवादी कहा…वो दूसरों के साथ क्या करेंगे.? आज जो कोई भी अपना हक मांग रहा है, किसान, जवान, पहलवान…हर कोई आतंकवादी है. फिर असली देशभक्त कौन हैं? मैं बता दूं कि ये ऑनलाइन ट्रोल्स ही असली आतंकी हैं.
(संपादनः फाल्गुनी शर्मा)
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