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गुरूवार, 5 जून, 2025
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एनएच-66 परियोजना को लेकर केरल सरकार और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग

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तिरुवनंतपुरम/नयी दिल्ली, पांच जून (भाषा) केरल में राष्ट्रीय राजमार्ग-66 (एनएच-66) परियोजना को लेकर राजनीतिक विवाद बढ़ता जा रहा है, जहां सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और विपक्षी दल कांग्रेस के बीच भ्रष्टाचार और देरी के आरोपों को लेकर जुबानी जंग तेज हो गई है।

केरल के लोक निर्माण मंत्री पीए मोहम्मद रियास ने बृहस्पतिवार को कहा कि एनएच-66 परियोजना हर हाल में पूरी की जाएगी, फिर चाहे कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल इसके खिलाफ एड़ी-चोटी का जोर क्यों न लगा लें।

कांग्रेस ने मंत्री पर पलटवार करते हुए उन पर शिकायतकर्ता को ही आरोपी बनाने का आरोप लगाया। पार्टी ने सवाल किया कि क्या रियास भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की ओर से किए जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग कार्यों के लिए ठेके देने में हजारों करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के दोषियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।

नयी दिल्ली में एक टेलीविजन चैनल से बातचीत में रियास ने दावा किया कि वेणुगोपाल भले ही एनएच-66 परियोजना के “दुश्मन” की भूमिका निभाएं, लेकिन यह (परियोजना) पूरी की जाएगी, क्योंकि राज्य सरकार इस दिशा में सभी कदम उठा रही है।

उन्होंने यह भी कहा कि संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के अध्यक्ष कोई सर्वोच्च न्यायालय नहीं हैं, बल्कि “अल्लपुझा से सांसद केसी वेणुगोपाल हैं।”

रियास ने राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में पीएसी अध्यक्ष की आलोचनात्मक टिप्पणी पर सरकार के रुख के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में यह बात कही।

वेणुगोपाल ने पीएसी के अध्यक्ष के रूप में पिछले महीने बारिश के दौरान मलप्पुरम जिले में एनएच-66 के एक हिस्से के ढह जाने के बाद परियोजना से जुड़े अनुबंध और अन्य दस्तावेजों की कैग द्वारा अंकेक्षण कराने का आदेश दिया था।

रियास ने आरोप लगाया कि केरल में 2011-2016 में कांग्रेस नीत यूडीएफ सरकार एनएच-66 परियोजना को ठंडे बस्ते में डालने के लिए जिम्मेदार है, क्योंकि उसके पास इसे लागू करने की क्षमता नहीं थी।

मंत्री ने कहा, “अब जबकि यह परियोजना सफलतापूर्वक आगे बढ़ रही है और वे इसके दुश्मन बनकर इसे रोकना चाहते हैं, तो राज्य की मौजूदा वामपंथी सरकार इसकी अनुमति नहीं देगी।”

मंत्री के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष सनी जोसेफ ने कहा कि रियास शिकायतकर्ता को ही आरोपी बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पहले मंत्री ने बड़े-बड़े दावे किए, फिर एनएच-66 की सड़कों में दरारें आ गईं और अब परियोजना के क्रियान्वयन के विरोध और आलोचना के कारण वह (रियास) भड़क गए हैं।

केपीसीसी प्रमुख ने कहा कि मंत्री अब जानबूझकर परियोजना के संबंध में किए गए अपने बड़े-बड़े दावों को “भुलाने और छिपाने” की कोशिश कर रहे हैं।

भाषा पारुल माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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