रायपुर, एक मई (भाषा) केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि संशोधित वक्फ कानून न केवल मुस्लिम समुदाय के वंचित लोगों के हित में है, बल्कि इसमें इस्लाम के सर्वोच्च मूल्यों का भी ख्याल रखा गया है।
रायपुर में वक्फ कानून पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सिंह ने यह भी कहा कि दुष्प्रचार किया जा रहा है कि यह अधिनियम मुस्लिम समुदाय के खिलाफ है।
उन्होंने कहा, ”वक्फ बोर्ड की स्थापना (मुस्लिम) समुदाय के पिछड़े और वंचित लोगों के उत्थान व विकास के उद्देश्य से की गई थी। हालांकि, बाद में निहित स्वार्थ वाले कुछ लोग इससे जुड़ गए, जिसके परिणामस्वरूप मुस्लिम समुदाय के लगभग 31 प्रतिशत लोग अब भी गरीबी रेखा से नीचे हैं।”
उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड की लगभग 80 प्रतिशत संपत्तियों के साथ भ्रष्टाचार के आरोप हैं और कुछ लोगों ने वक्फ संपत्तियों का इस्तेमाल अपनी निजी संपत्ति बढ़ाने के लिए करके बड़े मॉल और होटल बनाए।
सिंह ने कहा, “मोदी जी ने कहा था कि उनकी सरकार गरीबों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। यह कानून न केवल मुस्लिम समुदाय के वंचित लोगों के हित में है, बल्कि यह इस्लाम के सर्वोच्च मूल्यों का भी सम्मान करता है।”
बाद में यहां बुद्धिजीवियों और मुस्लिम समुदाय के लोगों की एक सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने मुस्लिम समुदाय का उपयोग केवल वोट बैंक के रूप में किया, समाज में विभाजनकारी सोच को बढ़ावा दिया और तुष्टीकरण की राजनीति को संस्थागत रूप दिया।
भाषा संजीव जोहेब
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