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Monday, 6 May, 2024
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यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने PM मोदी को लिखा खत, कहा- मानवीय सहायता, चिकित्सा उपकरणों की जरूरत

यूक्रेन की उप विदेश मंत्री एमिन झापरोवा की हाल में हुई यात्रा के दौरान यह पत्र केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी को सौंपा गया था. इस पत्र में भारत से मानवीय सहायता सहित चिकित्सीय उपकरण की मांग की गई थी.

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नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर चिकित्सा उपकरणों सहित अतिरिक्त मानवीय सहायता की मांग की है.

विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि यह अनुरोध यूक्रेन की उप विदेश मंत्री एमिन झापरोवा की हालिया तीन दिवसीय भारत यात्रा के दौरान आया, जिन्होंने ज़ेलेंस्की का पत्र केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी को सौंपा.

बयान में कहा गया है, ‘एमिन झापरोवा ने विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी से भी मुलाकात की. इसमें दोनों देश के नेताओं ने आपसी हित और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की. साथ ही उन्होंने राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की का एक पत्र सौंपा, जो प्रधानमंत्री मोदी को लिखा गया था. इसमें दवाओं और चिकित्सा उपकरणों सहित अतिरिक्त मानवीय आपूर्ति के लिए अनुरोध किया गया था.

बयान में कहा गया है कि नई दिल्ली और कीव के बीच अगला अंतर-सरकारी आयोग पारस्परिक रूप से दोनों देशों के सुविधा के अनुसार भारत में आयोजित किया जाएगा.

दोनों मंत्रियों, झापरोवा और लेखी ने आपसी हित के द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया.

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भारत ने यूक्रेन को भविष्य में और मानवीय सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है. अपनी यात्रा के दौरान झापरोवा ने विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा के साथ द्विपक्षीय वार्ता की.

द्विपक्षीय एजेंडे में आर्थिक, रक्षा, मानवीय सहायता और पारस्परिक हित के वैश्विक मुद्दे शामिल थे.

यूक्रेन के उप विदेश मंत्री ने सचिव (पश्चिम) को यूक्रेन की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी. विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, दोनों पक्ष कीव में पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तिथि पर विदेश कार्यालय परामर्श के अगले दौर को आयोजित करने पर सहमत हुए.

विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है, ‘यूक्रेनी उप विदेश मंत्री ने यह भी प्रस्ताव दिया कि यूक्रेन में बुनियादी ढांचे का पुनर्निर्माण भारतीय कंपनियों के लिए एक अवसर हो सकता है. सचिव (पश्चिम) ने बताया कि भारत ने यूक्रेन को दवाएं, चिकित्सा उपकरण और स्कूल बसें आदि प्रदान की हैं.’

झापरोवा ने मनोहर पर्रिकर-रक्षा अध्ययन संस्थान का भी दौरा किया और विश्व मामलों की भारतीय परिषद पर एक व्याख्यान भी दिया. अपनी यात्रा के दौरान, उन्होंने भारत के साथ मजबूत और घनिष्ठ संबंध बनाने की यूक्रेन की इच्छा पर प्रकाश डाला.


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