अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद के एक अस्पताल में आग लगने से कोविड-19 के आठ मरीजों के मारे जाने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने अधिकारियों को अस्पतालों तथा अन्य इमारतों में अग्नि सुरक्षा ऑडिट करने के आदेश दिए हैं.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने राज्य के शहर विकास विभाग को अस्पतालों, वाणिज्यिक तथा रिहायशी इमारतों में अग्नि सुरक्षा नियमों के अमल की जांच करने को कहा है.
रूपाणी ने निकाय इकाइयों को शहरी इलाकों में अनुपालन की जांच के लिए जाने को कहा है.
बृहस्पतिवार तड़के अहमदाबाद के नवरंगपुरा इलाके में चार मंजिला श्रेय अस्पताल के आईसीयू वार्ड में आग लगने से आठ मरीजों की मौत हो गई थी.
पुलिस उपायुक्त रवीन्द्र पटेल ने कहा कि नवरंगपुरा पुलिस ने आग की घटना के संबंध में मामला दर्ज कर लिया है और चिकित्सकों, अटेंडेन्ट और ट्रस्टी भरत महंत सहित आठ लोगों के बयान दर्ज किए हैं.
अधिकारी ने बताया कि जांच में पता चला है कि श्रेय हॉस्पिटल के पास अग्नि सुरक्षा अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) नहीं था.
पटेल ने कहा, ‘अस्पताल ने अग्निशमन उपकरणों की रसायनिक रिफिलिंग पूरी कर ली. इन उपकरणों की समय सीमा मार्च 2021 को समाप्त होगी. हालांकि अस्पताल ने लॉकडाउन के कारण एनओसी के नवीकरण के लिए आवेदन नहीं किया. अग्नि एनओसी इस वर्ष अप्रैल में समाप्त हो गई.’
राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति गठित की है जिसमें अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) संगीता सिंह और अतिरिक्त मुख्य सचिव (शहरी विकास) मुकेश पुरी शामिल हैं.
समिति को शनिवार तक अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है.
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