नई दिल्ली: विश्वहिंदू परिषद् ने जकात फाउंडेशन जैसे संगठन पर रोक लगाने और जांच कराने की मांग की है. वीएचपी महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा,’ देश में जकात फाउंडेशन जैसे कई संगठन संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त है. इस तरह की संस्थाओं की गतिविधियां हिंसक और आतंकवादी संगठनों में लिप्त संगठनों के साथ दिखाई पड़ती है.’
परांडे ने दिप्रिंट से यह भी कहा कि इन संस्थाओं को विदेशों से फंडिंग आ रही है. हमारी सरकार से मांग है कि इनकी फंडिग और संस्थाओं की तुरंत जांच करवाई की जानी चाहिए. जो भी धन विदेश से धर्मांतरण के लिए आ रहा है. इन पर तुंरत प्रभाव से रोक लगनी चाहिए. इस तरह की सारी गतिविधियां बंद होनी चाहिए.’
वीएचपी के महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा, ‘आज अरुणाचल प्रदेश से पूर्वी लद्दाख की सीमाओं तक चीन की सेना हमारी सीमाओं पर खड़ी है. चीन के खिलाफ पूरे देश में रोष का माहौल है. इसलिए वीएचपी द्वारा पूरे देश में चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का आंदोलन चलाया जा रहा है.’
वह आगे कहते हैं, ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान के चलते देशभर में वीएचपी कृषि, रोजगार, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र जल्द ही एक अभियान भी शुरु करने जा रहा है. पहले चरण में 100 से अधिक जिलों में ये अभियान शुरु होगा.’
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10 करोड़ लोगों तक बनाएगी पहुंच
उन्होंने आगे कहा, ‘हमें ऐसी उम्मीद है कि ढाई से तीन वर्षों में अयोध्या में राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा. मंदिर निर्माण के लिए अगर श्रीराजन्मभूमि ट्रस्ट धनसंग्रह के अपील करेगा तो वीएचपी भी इस धनसंग्रह अभियान में शामिल होकर उन्हें सहयोग करेगी. इस बार वीएचपी देशभर के करीब 4 लाख से अधिक गांवों के लोगों तक पहुंच बनाने की योजना बना रही है.इस दौरान करीब 10 करोड़ से भी अधिक परिवार तक पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.’
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और विश्व हिन्दू परिषद के शीर्ष नेताओं की दो दिवसीय बैठक हाल ही में भोपाल में संपन्न हुई. इस बैठक में विहिप के कार्यों की समीक्षा के साथ आगामी योजनाओं पर भी मंथन हुआ.हिंदू समाज की रक्षा और उत्थान को लेकर आगामी योजनाओं के बारे में संघ और विहिप के शीर्ष पदाधिकारियों के बीच भी हुई.
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