लखनऊ/वाराणसी: पीएम नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में कोरोनावायरस के संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ने के कारण सभी तरह की दुकाने बंद कर दी गई हैं. जिला प्रशासन की ओर से कहा गया है कि शुक्रवार से सिर्फ एक घंटे के लिए दूध व दवा की दुकानें खुलेंगी बाकि खाद्द सामग्री की होम डिलीवरी होगी. जिले में अब तक 60 कोरोना पाॅजिटिव मिले हैं जिसमें एक दवा व्यापारी के संपर्क में आए 14 लोग हैं. यह व्यापारी बीते 24 अप्रैल को पाॅजिटिव पाया गया था.
ये दवा व्यापारी पिछले एक महीने से लोगों को घूम-घूमकर राशन बांट रहा था. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रशासन की ओर से उसे पास भी जारी किया गया था. अब इसके संपर्क में आए सभी लोगों की तलाश में प्रशासन जुट गया है. जिनका टेस्ट कराकर क्वारंटाइन करने की कोशिशें चल रही हैं. व्यापारी के संपर्क में आए सोनभद्र के भी दो दवा व्यापारी व उनके छह स्टाफ का सैंपल टेस्ट कराया गया है. वहीं दवा व्यापारी पर एफआईआर भी दर्ज कर लगी गई है.
दवा व्यापारी के पाॅजिटिव निकलने से दहशत
वहीं पूर्वांचल की सबसे बड़ी दवा मंडी कही जानी वाली बनारस की सप्तसागर को भी बंद करना पड़ा है. वहां पर जो भी इस दवा व्यापारी के संपर्क में आए दूसरे अन्य लोगों का तलाश में प्रशासन जुट गया है. इसी कारण 3 मई तक पूरी तरह से वाराणसी को बंद करने का ऑर्डर दिया गया लेकिन गुरुवार को लोगों की असुविधा को देखते हुए प्रशासन ने थोड़ी ढील दी है.
डीएम कौशल राज शर्मा के मुताबिक, शुक्रवार से दूध की दुकानें सुबह 7 बजे से 8 बजे तक एक घंटे के लिए खुलेंगी. वहीं दवा की दुकान सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक ही एक घंटे के लिए खुलेंगी. इसके अलावा सब्जी के लिए ठेले वाले काॅलोनियों में जा सकेंगे. वहीं राशन व खाद्द पदार्थों की होम डिलीवरी के लिए प्रशासन की ओर से फोन नंबर जारी किए गए हैं.
वहीं जिला प्रशासन के अनुसार बैंक, सरकारी ऑफिस में जिनको खोलने के लिए अधिकृत किया गया है वे खुले रहेंगे.
इसके अलावा पेट्रोल पंप, सामुदायिक भोजन के पैकेट देने वाली संस्थाएं, सरकारी कार्य, मीडियाकर्मी और व्यवस्था में लगे लोग प्रतिबंध से बाहर होंगे. बाकि सभी प्रकार के पास निलंबित कर दिए गए हैं.
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होम डिलीवरी में आ रही दिक्कतें
बनारस के डिस्ट्रक्टि कोर्ट के पास रहने वाले उज्ज्वल सिंह ने बताया कि राशन की होम डिलीवरी में थोड़ी दिक्कत आ रही है. कई रिटेलर्स ऑनलाइन डिलिवरी नहीं कर रहे हैं. उनके फोन भी कई बार नहीं उठते. वहीं जहां नेटवर्क आदि की समस्या है वहां तो होम डिलीवरी की क्या ही उम्मीद की जाए.
सिगरा के रहने वाले संजू श्रीवास्तव का कहना है कि दुकानों पर अपनी मर्जी से राशन लिया जा सकता है. होम डिलीवरी हर इलाके में टाइम पर नहीं हो रही है. वहीं हर प्रोडक्ट उपलब्ध भी नहीं है.
बनारस के कांग्रेस नेता गौरव कपूर के मुताबिक राशन से संबंधित तमाम समस्याएं सुनने में आई हैं. होम डिलीवरी सिस्टम वाराणसी की गलियों में प्रैक्टकली भी आसान नहीं है. जो हाॅटस्पाॅट्स नहीं हैं वहां पर तो राशन की दुकानें खुलनी चाहिए.
पिछले तीन दिनों में बढ़े केस
वाराणसी में यूपी के आगरा, लखनऊ सहित दूसरे जिलों की तुलना में कम केस आ रहे थे लेकिन पिछले तीन दिन से संख्या बढ़ी है. दवा व्यापारी के संपर्क में आए लोगों के पाॅजिटिव आने से लोग डरे हुए हैं. व्यापारी के अलावा पुलिसकर्मियों और जमाती भी पाॅजिटिव मिले हैं. एक ही थाने के 9 पुलिसकर्मी कोरोना पाॅजिटिव निकले हैं जिनमें दो की रिपोर्ट गुरुवार को आई. वहीं बीते सोमवार को 7 लोगों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई थी. इसके बाद थाने के सभी पुलिसकर्मियों को क्वारंटाइन कर दिया गया है.
इसके अलावा 17 केस तबलीग़ी जमात से संबंधित हैं. फिलहाल बनारस में अभी कुल 24 हाॅटस्पाॅट बनाए गए हैं लेकिन दूसरे इलाकों में भी हाॅटस्पाॅट जैसी ही सख्ती की जा रही है जिससे लोगों को कई दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है.