नयी दिल्ली, 15 मार्च (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में अभिभावकों ने 12-14 साल के बच्चों के लिए बुधवार से कोविड-19 रोधी टीकाकरण शुरू किए जाने की सरकार की घोषणा से राहत की सांस ली है और कहा कि बच्चों के लिए टीके का लंबे समय से इंतजार था।
दो साल में पहली बार राष्ट्रीय राजधानी में स्कूल एक अप्रैल से पूरी तरह से प्रत्यक्ष तरीके से फिर से खुलेंगे और पठन-पाठन का ‘हाइब्रिड मोड’ समाप्त हो जाएगा। 13 साल की बच्ची की अभिभावक अमिता भार्गव ने कहा, ‘‘बच्चों को टीका देने का यह सही समय है क्योंकि एक अप्रैल से कक्षाएं पूरी तरह से प्रत्यक्ष तौर पर संचालित होंगी और छात्रों के पास घर पर रहने का विकल्प नहीं होगा।’’
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को घोषणा की कि 12-14 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए कोविड-19 रोधी टीकाकरण बुधवार से शुरू होगा। 12-14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को दिया जाने वाला कोविड-19 रोधी टीका कॉर्बेवैक्स बायोलॉजिकल ई. लिमिटेड, हैदराबाद द्वारा निर्मित होगा।
एक अन्य अभिभावक पूजा सिंह ने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि हमें अपने बच्चों के टीकाकरण के लिए भटकना नहीं होगा जैसा कि हमें पिछले साल वयस्कों के लिए करना पड़ा था। यह एक बहुप्रतीक्षित कदम था, मुझे उम्मीद है कि उनके पास टीके की पर्याप्त खुराक है इसलिए इसे प्राप्त करना मुश्किल नहीं होगा।’’
सिंह के विचारों को द्वारका निवासी इला जोशी ने दोहराया। जोशी ने कहा, ‘‘लंबे समय से इसका इंतजार था, लेकिन देर आए दुरुस्त आए। कम से कम एक महीने पहले टीकाकरण हो जाता तो अच्छा होता ताकि बच्चों को दोनों खुराक पहले मिल जातीं। अप्रैल में प्रत्यक्ष कक्षाएं शुरू होंगी।’’
भाषा सुरभि उमा
उमा
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.