(फाइल फोटो के साथ)
देहरादून, नौ जून (भाषा) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें ‘‘लव जिहाद’’ के मामलों में सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
धामी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘उत्तराखंड में विभिन्न धर्मों के लोग शांतिपूर्वक रहते हैं, लेकिन ‘लव जिहाद’ जैसी चीजों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस तरह के अपराध एक साजिश के तहत किए जा रहे हैं, लेकिन अब लोग इसके खिलाफ खुलकर सामने आ रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से हाल में सामने आईं ‘लव जिहाद’ की घटनाओं के संबंध में उठाए गए कदमों की जानकारी लेने के लिए यहां वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की गई।
गौरतलब है कि पिछले कुछ हफ्तों में उत्तरकाशी, चमोली और हरिद्वार जिलों से मुस्लिम युवकों द्वारा कथित तौर पर नाबालिग हिंदू लड़कियों के अपहरण के प्रयास की लगभग आधा दर्जन घटनाएं सामने आई हैं, जिसमें युवकों ने हिंदू लड़कियों से दोस्ती करने के लिए अपनी धार्मिक पहचान छिपाई थी।
धामी ने कहा कि ‘लव जिहाद’ के खिलाफ खुलकर सामने आने वाले लोगों की संख्या, इस प्रकार के अपराधों के बारे में बढ़ती जागरूकता को दर्शाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘लव जिहाद के बारे में जागरूकता बढ़ रही है। यही कारण है कि पिछले दो-तीन महीनों में इस तरह की घटनाएं अधिक सामने आई हैं। सशक्त धर्मांतरण-रोधी कानून भी इसका एक अहम कारण है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस को लव जिहाद के मामलों में दोषियों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं। उन्हें समय-समय पर सत्यापन अभियान चलाने के लिए भी कहा गया है, ताकि बाहर से आने वाले और यहां के निवासियों के बारे में अद्यतन जानकारी का पता लगाया जा सके।’’
बैठक में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार और अतिरिक्त मुख्य सचिव राधा रतूड़ी मौजूद थे।
गौरतलब है कि 26 मई को उत्तरकाशी के पुरोला में एक मुस्लिम सहित दो लोगों ने कथित तौर पर एक हिंदू लड़की का अपहरण करने की कोशिश की। इस घटना के बाद शहर और आस-पास के इलाकों के लोगों में रोष व्याप्त हो गया और दक्षिणपंथी संगठनों के नेतृत्व में विरोध-प्रदर्शन भी हुआ।
भाषा शफीक दिलीप
दिलीप
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.