देहरादून, 21 जुलाई (भाषा) उत्तराखंड सरकार की कथित रूप से ‘आलोचना’ करते हुए एक गीत सोशल मीडिया पर पोस्ट करने और महिलाओं पर अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए एक लोक गायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि गढ़वाली लोक गायक पवन सेमवाल के खिलाफ पटेलनगर थाने में भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
पटेलनगर थानाध्यक्ष चंद्रभान सिंह चौहान ने बताया कि देहरादून की निवासी मंजू लाल की शिकायत के आधार पर सेमवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि सेमवाल ने अपने यूटयूब चैनल और ‘फेसबुक’ पर यह गीत प्रसारित किया।
अधिकारी ने बताया कि इस गीत की कुछ पक्तियां महिलाओं के लिए अपमानजनक हैं।
उन्होंने बताया कि गीत में प्रदेश में शराब की दुकानों की संख्या में बढोत्तरी, बढ़ती बेरोजगारी और महिलाओं के खिलाफ अपराधों में उछाल को लेकर कथित तौर पर सरकार को निशाना बनाया गया था।
अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने पहले इस गीत को यूटयूब चैनल से हटा लिया था लेकिन 19 जुलाई को उसने फिर से इसे पोस्ट कर दिया।
उन्होंने बताया कि सेमवाल को दिल्ली से रविवार को यहां लाया गया और पूछताछ की गयी।
अधिकारी ने बताया कि भारतीय न्याय संहिता की धारा 35 (ए) के तहत नोटिस की तामील करवा कर आरोपी को यहां से जाने दिया गया।
चौहान ने बताया कि आरोपी को भविष्य में ऐसे कृत्यों से बचने और मामले की जांच में सहयोग करने की हिदायत दी गयी।
उन्होंने बताया कि गायक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 353, 79 और 196 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष करन माहरा ने गायक के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा कि यह असहमति के प्रति राज्य सरकार के असहिष्णु रवैये को दर्शाता है।
माहरा ने कहा, “यह दर्शाता है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार आलोचना बर्दाश्त नहीं कर सकती। गायक के खिलाफ कार्रवाई इसलिए की गई क्योंकि उसका गीत सरकार की आलोचना करता है।”
भाषा दीप्ति जितेंद्र
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