वाराणसी, दो नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बनारस लोकोमोटिव वर्कर्स (बीएलडब्ल्यू) और वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) के संयुक्त प्रयास से शहर के सौंदर्यीकरण की दिशा में अनूठी पहल के तहत विभिन्न चौराहों और स्थानों पर अनूठी कलाकृतियां स्थापित की गयी हैं।
बीएलडब्ल्यू के जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने रविवार को बताया कि वाराणसी में लगभग 100 टन कबाड़ से कलाकृतियां बना कर विभिन्न चौराहों पर लगायी गयी हैं। ये सभी कलाकृतियां वाराणसी विकास प्राधिकरण और बीएलडब्ल्यू के सहयोग से ललित कला के विद्यार्थियों द्वारा बनायी गयी हैं और इन्हें वाराणसी की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए लगाया गया है।
उन्होंने बताया कि वाराणसी कैंट स्टेशन पर नंदी की कलाकृति लगाई गयी है, जो पर्यटकों और शहर वासियों के लिए आकर्षण का केंद्र है। इसी कड़ी में नदेसर क्षेत्र में भारत के विभिन्न राज्यों की पारंपरिक नृत्य शैलियों को दर्शाने वाली नौ प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं, जो स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रही हैं।
कुमार ने बताया कि ये कलाकृतियां न केवल शहर के सौंदर्य को बढ़ा रही हैं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विविधता और विरासत को भी जीवंत रूप में प्रस्तुत कर रही हैं। ये मूर्तियां कबाड़ सामग्री से तैयार की गई हैं, जो पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती हैं।
उन्होंने बताया कि यह पहल दर्शाती है कि अनुपयोगी समझी जाने वाली वस्तुओं को रचनात्मकता के साथ उपयोगी और आकर्षक बनाया जा सकता है। पत्थर, फाइबर और धातुओं से बनी कलाकृतियां पर्यटकों को काशी और भारत के सांस्कृतिक संगम से रूबरू कराएंगी।
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सं, सलीम रवि कांत
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