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Friday, 22 November, 2024
होमदेशयोगी आदित्यनाथ ने महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन की 'मिशन शक्ति' की शुरूआत की

योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन की ‘मिशन शक्ति’ की शुरूआत की

महिलाओं, बेटियों और बच्चों की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के प्रयास को अभियान का रूप देते हुए शनिवार को मुख्यमंत्री जनपद बलरामपुर से प्रदेशव्यापी 'मिशन शक्ति' का श्री गणेश कर रहे थे.

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बलरामपुर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को ‘मिशन शक्ति’ अभियान की शुरूआत करते हुये कहा कि राज्य सरकार हर बेटी-हर महिला का सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ उनके स्वावलंबन के लिए प्रतिबद्ध है.

उन्होंने कहा, ‘जो लोग नारी गरिमा और स्वाभिमान को दुष्प्रभावित करने की कोशिश करेंगे, बेटियों पर बुरी नजर डालेंगे, उनके लिए उत्तर प्रदेश की धरती पर कोई जगह नहीं है. यह लोग सभ्य समाज के लिए कलंक हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ऐसे अपराधियों से पूरी कठोरता से निपटेगी. इनकी दुर्गति तय है.’

गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले बलरामपुर में एक दलित महिला की दो लोगों द्वारा किये गये कथित बलात्कार के बाद मौत हो गयी थी. पुलिस के अनुसार 22 साल की महिला के साथ दो लोगो ने कथित बलात्कार किया था. महिला एक निजी कंपनी में काम करती थी और 29 सितंबर को गंभीर अवस्था में घर लोटी थी. पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर दो आरोपियों शाहिद और साहिल को गिरफतार किया था.

महिलाओं, बेटियों और बच्चों की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के प्रयास को अभियान का रूप देते हुए शनिवार को मुख्यमंत्री जनपद बलरामपुर से प्रदेशव्यापी ‘मिशन शक्ति’ का श्री गणेश कर रहे थे.

शारदीय नवरात्र से बासंतिक नवरात्र तक चलने वाले इस अभियान का शुभारंभ करते हुए योगी ने कहा, ‘नारी ‘शक्ति’ की प्रतीक है। हमारी सनातन परंपरा में नारी पूजनीय है, वंदनीय है। नवरात्रि का अनुष्ठान इसी का द्योतक है. आवश्यकता है कि बदलते दौर में नई पीढ़ी को अपनी सनातन संस्कृति की परंपरा का वाहक बनाएं, उनमें, स्त्री के प्रति सम्मान, सुरक्षा और स्वावलंबन की भावना का प्रसार करें. ‘मिशन शक्ति’ इसी दिशा में एक प्रयास है.’

महिलाओं एवं बेटियों की सुरक्षा एव सम्मान की शुरुआत घर से होने जोर देते हुए योगी ने कहा कि बेटा-बेटी में कोई भेद नहीं है, कोख में बेटियों की हत्या और बाल-विवाह की सार्वजनिक रूप से निंदा होनी चहिए तथा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना जैसे प्रयासों के माध्यम से केंद्र व राज्य सरकार पूरी मजबूती से बेटियों के उत्थान के लिए से संकल्पित है. मुख्यमंत्री का कहना था कि अपने खिलाफ होने वाली हिंसा या अपराध की शिकायत जरूर करें, आपके सामने 1090, 1070, 189, 112 जैसी तमाम विकल्प हर समय उपलब्ध हैं.

पिछले दिनों बलरामपुर में बालिका के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मिशन शक्ति’ उस बालिका को श्रद्धांजलि स्वरूप है. प्रदेशव्यापी ‘मिशन शक्ति’ के पहले चरण में महिलाओं, बेटियों और बच्चों की सुरक्षा व सम्मान सुनिश्चित करते हुए जन जागरूकता का कार्यक्रम चलाया जाएगा. दूसरे चरण में ‘ऑपरेशन शक्ति’ के अंतर्गत चिन्हित मनचलों, शोहदों की काउंसलिंग कराई जाएगी. इसके बाद भी अगर सुधार न हुआ तो जनसहयोग से ऐसे असामाजिक तत्वों के सामाजिक बहिष्कार की कार्रवाई होगी। इनकी तस्वीर चौराहों पर लगेगी.

उन्होंने कहा कि अभियान के तहत महिला हित में कार्य करने वाली संस्थाओं, समूहों और व्यक्तियों को सूची बद्ध करते हुए प्रदेश सरकार सम्मानित करेगी. इस बार रामलीला के मंच और दुर्गा पंडाल भी महिला सशक्तिकरण का संदेश, हर जनपद से 100 रोल मॉडल महिलाएं भी चुनी जाएंगी.

मुख्यमंत्री ने महिला सम्बन्धी अपराधों में अभियोजन की कार्यवाही पूरी तैयारी से होगी तथा जल्द से जल्द न्याय के लिए इनकी सुनवाई आवश्यकतानुसार फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराई जाएगी.

उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुविधा और संवेदनशीलता के दृष्टिगत प्रदेश के सभी थानों और तहसीलों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की जाएगी। यहां तैनात कर्मचारी भी महिला होगी.

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