लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ यूपी में प्रदर्शन के दौरान शुक्रवार को भी हिंसा भड़क गई. बीते गुरुवार लखनऊ में बवाल हुआ था लेकिन पुलिस की तमाम सक्रियता के बाद लखनऊ तो शांत रहा लेकिन मेरठ, फीरोजाबाद, बहराइच, बलरामपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, गोरखपुर, कानपुर, बुलंदशहर तथा गोंडा में भीड़ ने माहौल खराब किया. इसके बाद पुलिस ने इन लोगों पर नियंत्रण करने के लिए लाठीचार्ज किया. राज्य में इंटरनेट बंद किए जाने को लेकर इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने राज्य में इंटरनेट सेवाओं को बंद करने पर केंद्र और राज्य सरकार से जवाब मांगा है, क्योंकि यह अदालत की कार्यवाही को प्रभावित कर रहा है.
उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान मेरठ, गाजियाबाद, बिजनौर और बुलंदशहर में लोग बेकाबू हो गए. इस हिंसा में अब तक छह लोगों की मौत हो गई है. उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया है कि आज प्रदेश में नागरिकता संसोधन कानून के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शन में पांच लोगों की मौत हो गई है.
जबकि फिरोजाबाद में पुलिस चौकी को आग के हवाले करने के बाद भीड़ ने हाईवे पर कब्जा कर लिया. इस दौरान पुलिस पर काफी फायरिंग भी की गई है फिलहाल सभी जगह पर स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन माहौल में तनाव बना हुआ है. फीरोजाबाद में शुक्रवार को नमाज अदा कर लौट रहे लोगों ने कई स्थानों पर उपद्रव किया. नालबंद पुलिस चौकी में आग लगा दी. कानपुर हाईवे पर कब्जा कर पुलिस पर फायरिंग की.
कल लखनऊ में भड़के दंगे और मुख्यमंत्री के बयान जिसमें उन्होंने लोगों की पहचान कर संपत्ति कुर्क किए जाने की बात कहने के बाद भी उत्तर प्रदेश के कई शहर में दिन भर दंगा होता रहा, गोरखपुर में जहां प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के ऊपर पथराव किया.
बुलंदशहर में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की मौजूदगी में गाड़ियों को आग लगा दी और पुलिस की मौजूदगी में लिसारी गेट के पास प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वालों पर पत्थर बरसाए. वहीं मुजफ्फरनगर में धारा 144 लागू होने के बाद भी लोग सड़कों पर उतरे और विरोध प्रदर्शन किया.
100 से अधिक उपद्रवी हिरासत में
गुरुवार लखनऊ में भड़की हिंसा में सौ से ज्यादा उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है. प्रशासन किसी को भी बख्शने के मूड में नहीं है. पुलिस ने हिंसा के दौरान आगजनी व पत्थरबाजी करने वालों को गिरफ्तार किया. पुलिस के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों के जोरदार उपद्रव के बावजूद पुलिसकर्मियों ने हर कदम पर संयम बरता. प्रदर्शनकारी हर बैरीकेडिंग पर धक्का-मुक्की करते रहे, लेकिन पुलिसकर्मियों ने आपा नहीं खोया.
कल हुई हिंसा के बाद आज प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद रहा. लखनऊ में स्थिति पर नजर रखने के लिए पुलिस द्वारा ड्रोन तैनात किए गए. डिप्टी मजिस्ट्रेट का कहना है कि स्थिति अब नियंत्रण में है. इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं. कल नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के बाद मामले दर्ज किए गए हैं.
लखनऊ ज़ोन के समस्त जनपदवासियों से अपील है कि 19-12-2019 को पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू है। किसी भी प्रकार के सम्मेलन, जुलूस, प्रदर्शन की अनुमित नहीं दी गई है। कृपया शान्ति व्यवस्था बनाएं रखने में सहयोग दें। @Uppolice @dgpup @myogioffice pic.twitter.com/xdmTPoN6z3
— ADG Zone Lucknow (@adgzonelucknow) December 19, 2019
कई जिलों में इंटरनेट बंद
लखनऊ सहित प्रदेश के 42 जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है जबकि प्रदेश में 31 जनवरी तक धारा 144 लागू कर माहौल पर नियंत्रण करने का प्रयास जारी है.लखनऊ में भीड़ के हिंसक प्रदर्शन में गुरुवार देर रात एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि एडीजी जोन, आइजी रेंज, समेत 70 से अधिक पुलिसकर्मी घायल थे.इसके साथ ही लखनऊ, मऊ, वाराणसी, संभल सहित 42 जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. सरकार ने सांप्रदायिक शांति और सद्भाव को बिगाड़ने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वाले संदेशों से बचने के लिए यह कार्रवाई की है
परीक्षाएं टलीं
सुरक्षा के कारण लखनऊ बुन्देलखंड और इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं भी अगले आदेश तक रद कर दी गयी हैं.इन सभी यूनिवर्सिटी में परीक्षाएं शुक्रवार से होनी थीं.