नई दिल्ली: नेता से गैंगस्टर बने अतीक अहमद के बेटे असद अहमद का उत्तर प्रदेश पुलिस स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गुरुवार को झांसी में एनकाउंटर कर दिया. एसटीएफ ने बयान कर जारी कर इस बात की पुष्टि की.
इसके अलावा मकसूदन का बेटा गुलाम भी झांसी में डीएसपी नवेंदु और डीएसपी विमल के नेतृत्व में एसटीएफ की टीम के साथ मुठभेड़ में मारा गया.
यूपी पुलिस ने दोनों आरोपियों पर पांच-पांच लाख रुपए का इनाम लगाया हुआ था. दोनों प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में फरार थे. एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि इनके पास से विदेशी निर्मित अत्याधुनिक हथियार बरामद किए गए.
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को लेकर पुलिस वैन उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सीजेएम कोर्ट पहुंची थी. अदालत ने दोनों की 4 दिन की न्यायिक हिरासत मंजूर की है.
सीएम योगी ने दी बधाई
इस घटना के बाद, राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था को लेकर बैठक की. सीएम योगी ने इस दौरान यूपी स्पेशल टास्क फॉर्स (एसटीएफ) के साथ ही डीजीपी, स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर और पूरी टीम की तारीफ की.
सीएमओ ने बयान जारी कर कहा, ”प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने मुठभेड़ की जानकारी मुख्यमंत्री को दी. इस पूरे मामले पर सीएम के सामने रिपोर्ट रखी गई.”
वहीं, यूपी के डिप्टी सीएम कैशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ”यूपी STF को बधाई देता हूँ, श्री उमेश पाल एडवोकेट और पुलिस के जवानों के हत्यारों को यही हश्र होना था!”
यूपी STF को बधाई देता हूँ, श्री उमेश पाल एडवोकेट और पुलिस के जवानों के हत्यारों को यही हश्र होना था!
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) April 13, 2023
मौर्य ने आगे कहा, ”यूपी पुलिस की यह बहुत ही ऐतिहासिक कार्रवाई है. यह एक बड़ा संदेश है कि अपराधियों का युग खत्म हो गया है और अपराधियों को आत्मसमर्पण करना होगा.”
उमेश पाल की मां शांति देवी ने कहा, ”मैं सीएम योगी जी को न्याय दिलाने के लिए धन्यवाद देती हूं और उनसे अपील करती हूं कि हमें आगे भी न्याय दें. हमें सीएम पर है पूरा भरोसा है.”
एसटीएफ ने कहा कि कईं महीनों से हमें इनकी तलाश थी. उन्होंने कहा, ”पहली गोली आरोपियों की तरफ से चलाई गई थी. दोनों को ज़िंदा पकड़ने की कोशिश की थी.”
एडीजी अमिताभ यश ने कहा, ”यह एक महत्वपूर्ण और चुनौती भरा मामला था. इन दो अपराधियों (असद और गुलाम) की मौत एक बड़ी सफलता है.”
इससे पहले, बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गैंगस्टर अतीक अहमद और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ धन शोधन मामले से संबंधित एक जांच के सिलसिले में यूपी में कई जगहों पर छापेमारी की.
कोर्ट लाए गए पूर्व सांसद अतीक अहमद पर प्रयागराज के सीजेएम कोर्ट में एक तमाशबीन ने पानी की बोतल फेंकी.
बता दें कि बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में प्रमुख गवाह उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा गार्ड की गत 24 फरवरी को धूमनगंज क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
उमेश पाल की पत्नी जया पाल की तहरीर पर 25 फरवरी को अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम मंगलवार को अतीक अहमद को लेकर साबरमती जेल से प्रयागराज के लिए रवाना हुई. इससे पूर्व, 26 मार्च को उसे साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया था और 2006 के उमेश पाल अपहरण मामले में 28 मार्च को अदालत में पेश किया गया था. उसे और दो अन्य लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी.
अतीक अहमद को लेकर प्रयागराज आ रहा पुलिस के काफिले ने बुधवार सुबह करीब पौने नौ बजे झांसी से उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश किया. अहमद ने पुलिस वैन के अंदर से पत्रकारों से कहा, “हम आपके जरिए सरकार से कहना चाहते हैं कि हम बिल्कुल मिट्टी में मिल गए हैं. अब हमारी औरतों और बच्चों को परेशान ना करें.”
उल्लेखनीय है कि रीयल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल का अपहरण कर उस पर हमला करने का आरोप लगने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अप्रैल, 2019 में निर्देश दिया था कि अहमद को गुजरात में उच्च सुरक्षा वाली जेल में स्थानांतरित किया जाए.
अहमद पर उत्तर प्रदेश में 100 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. उसके और उसके परिवार के खिलाफ धनशोधन का ईडी का मामला इन प्राथमिकियों पर आधारित है.
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