मेरठ, 11 जुलाई (भाषा) उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में कांवड़ यात्रा को लेकर सुरक्षा-व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए हैं और यात्रा मार्ग को 57 जोन तथा 155 सेक्टर में विभाजित कर निगरानी बढ़ा दी गयी है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के अनुसार, मेरठ परिक्षेत्र में 8,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, जिनमें 1,166 महिला पुलिसकर्मी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है।
अधिकारियों के मुताबिक, बाबा औघड़नाथ, नागेश्वर महादेव और महाबिलेश्वरनाथ मंदिरों में जलाभिषेक की तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं।
मंदिर समिति अध्यक्ष सतीश सिंघल के अनुसार, औघड़नाथ मंदिर में इस बार दो लाख से अधिक कांवड़ियों के जलाभिषेक की संभावना है।
प्रशासन ने जिले भर में कुल 838 शिविर स्थापित किए हैं, जिनमें 464 शिविर राजमार्ग पर स्थित हैं।
अधिकारियों ने बताया कि इन शिविरों में भंडारे, स्वास्थ्य जांच और अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
मेरठ मंडल आयुक्त डॉ. ऋषिकेश भास्कर यशोद ने बताया कि कांवड़ मार्ग पर खाने-पीने की हर दुकान पर रेट लिस्ट, मालिक के बारे में जानकारी और पंजीकरण संख्या प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा।
आयुक्त ने बताया कि खाद्य सुरक्षा विभाग यह सुनिश्चित करेगा कि हर दुकान पर खाद्य सुरक्षा पंजीकरण का प्रमाण पत्र लगा हो, जिसमें दुकानदार का नाम और पंजीकरण संख्या स्पष्ट रूप से दर्ज हो ताकि हर व्यक्ति को दुकानों की प्रामाणिकता की जानकारी हो।
जिलाधिकारी डॉ. वीके सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि कांवड़ मार्ग पर सभी होटलों, ढाबों और रेस्तरां में मांस, मछली और अंडा पकाने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
उन्होंने बताया कि खाद्य सुरक्षा विभाग की 10 से अधिक टीमें निरीक्षण में जुटी हैं।
अधिकारी ने बताया कि यह कदम यात्रा मार्ग की पवित्रता बनाए रखने और शांतिपूर्ण संचालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जोन) भानु भास्कर ने पुलिसकर्मियों के लिए प्रयागराज में हुए महाकुंभ की तर्ज पर ड्यूटी प्लान जारी किया है।
उन्होंने निर्देश दिया कि ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा ना करें और ऐसा करने पर दोषी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
भाषा सं राजेंद्र जितेंद्र
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