लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को विपक्ष पर निशाना साधते हुये कहा कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर की शुरूआत में कुछ लोगों ने जनता और स्वास्थ्यकर्मियों का मनोबल बढ़ाने के बजाये भय का वातावरण पैदा करने की शरारतपूर्ण चेष्टा की और उसका परिणाम है कि अफरातफरी के हालात बने, हर व्यक्ति ऑक्सीजन, रेमडेसिविर के लिये दौड़ पड़ा और अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो गयी.
आदित्यनाथ ने कहा कि ईश्वर की कृपा और सभी लोगों के सहयोग से स्थिति नियंत्रण में की गयी.
मुख्यमंत्री ने सोमवार को मुजफ्फरनगर में ‘इंटीग्रेटेड कोविड कंट्रोल रूम’ का निरीक्षण करने के बाद यह कहा.
उन्होंने कहा, ‘कोरोनावायरस की दूसरी लहर में संक्रमण बहुत तेजी से फैलने के कारण ऑक्सीजन, रेमडेसिविर की मांग अचानक बढ़ गयी, अचानक दवाओं की कीमत बढ़ने लगी, भय पैदा किया गया और जनता के बीच स्वाभाविक रूप से ऑक्सीजन, रेमडेसिविर के लिये होड़ लग गयी.’
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आदित्यनाथ ने कहा, ‘जब जनता से संबंध बढ़ाना चाहिये था, मनोबल को बढ़ाना चाहिये था, अपने स्वास्थ्य कर्मियों के मनोबल को बढ़ाने की आवश्यकता थी उस समय कुछ लोगों ने जानबूझकर उनके मनोबल को गिराने, भय का वातावरण पैदा करने की शरारतपूर्ण चेष्टा की और उसका परिणाम है कि स्थिति अफरातफरी वाली बनी. एक समय अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो गयी लेकिन ईश्वर की कृपा से, सभी लोगों के सहयोग से स्थिति नियंत्रण में की गयी और आज स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में उपचाराधीन मामले लगातार कम हो रहे हैं. प्रदेश में अब तक साढ़े चार करोड़ नमूनों के परीक्षण किये जा चुके है, प्रदेश में अब तक डेढ़ करोड़ लोगों को टीका लगाया जा चुका है और 18 से 44 साल के लोगों को टीका लगाने का काम भी आरंभ किया जा चुका है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में ब्लैक फंगस के मामले सामने आ रहे हैं और इसके मरीजों के उपचार की व्यवस्था हर जनपद में हो सके इसके लिए राज्य सरकार पूरी तत्परता से कार्य कर रही है.