बहराइच, सात जून (भाषा) उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में महाराजा सुहेलदेव के नवनिर्मित स्मारक स्थल का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 10 जून को उद्घाटन करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस स्मारक का 16 फरवरी, 2021 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये शिलान्यास किया था।
विधान परिषद के सदस्य पदमसेन चौधरी ने शनिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘विदेशी आक्रांता महमूद गज़नवी के सेनापति सैयद सालार मसूद गाज़ी को बुरी तरह पराजित करके उसका वध करने वाले महाराजा सुहेलदेव इतिहास के पन्ने में खो गये थे। विकास खंड चित्तौरा मुख्यालय के निकट महाराजा सुहेलदेव के नवनिर्मित भव्य स्मारक स्थल का मुख्यमंत्री 10 जून को उद्घाटन करेंगे।’
इस संबंध में बहराइच की जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कहा, ‘मुख्यमंत्री जी के प्रस्तावित कार्यक्रम की लिखित औपचारिक सूचना अभी प्राप्त नहीं हुई है। मौखिक कार्यक्रम के आधार पर हम तैयारियों में जुटे हुए हैं।’
बहराइच में गाजी की मजार पर हर साल जेठ माह में विशाल मेला लगता रहा है। मुस्लिम पक्ष गाजी को ‘शहीद’ बताता रहा है। वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और अन्य हिंदूवादी संगठन हर साल चित्तौरा झील पर सुहेलदेव के नाम पर शौर्य विजय उत्सव मनाते रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि 15 मई से 15 जून तक बहराइच के दरगाह शरीफ में गाजी की मजार पर ‘जेठ मेला’ लगना था। कानून व्यवस्था का हवाला देकर जिला प्रशासन ने इस बार ‘जेठ मेला’ कराने की अनुमति नहीं दी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 20 मार्च, 2025 को बहराइच में एक कार्यक्रम में अपने भाषण में कहा था, ‘आक्रांता का महिमामंडन करना मतलब देशद्रोह की नींव को पुख्ता करना है और स्वतंत्र भारत ऐसे किसी भी देशद्रोही को स्वीकार नहीं कर सकता।’
लोक कथाओं के अनुसार बहराइच जिले में स्थित चित्तौरा झील के किनारे महाराजा सुहेलदेव और सैयद सालार मसूद गाजी के बीच सन् 1034 में युद्ध हुआ था जिसमें गाजी को पराजय का सामना करना पड़ा। इसी झील के किनारे महाराजा सुहेलदेव का भव्य स्मारक बनाया गया है।
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सं, राजेंद्र, रवि कांत रवि कांत
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