उन्नाव (उप्र), 29 अगस्त (भाषा) पाकिस्तान की जेल से रिहाई के लगभग सवा साल बाद सूरज पाल बुधवार को उन्नाव जिले में अपने घर लौटा लेकिन उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। अधिकारियों और परिजनों ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की।
परिजनों के अनुसार सूरज पाल (45) के करीब पांच वर्ष बाद घर लौटने के उपरांत परिजनों ने उससे कई सवाल किए, लेकिन वह किसी का सही उत्तर नहीं दे सका। स्थानीय प्रशासन के अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, सदर कोतवाली क्षेत्र के अकरमपुर सुल्तानखेड़ा निवासी सूरज पाल 27 अक्टूबर 2020 को अचानक घर से लापता हो गया था जिसके बाद परिजनों ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
पाल के चचेरे भाई रमेश ने बताया कि एक वर्ष बाद अक्टूबर 2021 में जम्मू-कश्मीर सीमा से सेना द्वारा फोन पर सूचना मिली थी कि दिसंबर 2020 में सूरज जम्मू-कश्मीर से पाक सीमा में पहुंच गया था, जिसे पाकिस्तान ने गिरफ्तार कर अपनी जेल में बंद कर दिया।
परिजनों के अनुसार मई 2024 में सूरज को पाकिस्तान की जेल से रिहा कर दिया गया और बाघा बॉर्डर पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को सौंप दिया गया था। पाकिस्तानी जेल से छूटने के बाद भी सूरज घर नहीं पहुंचा था।
बीते बुधवार को कुछ ग्रामीणों ने सूरज को शहर के लोक नगर रेलवे फाटक के पास विक्षिप्त हालत में घूमते देखा और उसके परिजनों को सूचना दी। स्वजन मौके पर पहुंचे और सूरज को घर लेकर आए।
परिवारवालों ने बताया कि सूरज पाल का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है।
स्थानीय पुलिस चौकी मगरवारा के प्रभारी अरविंद पाण्डेय ने बताया कि इस संबंध में उनके स्तर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है। स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआईयू) मामले की जांच कर रही है और अग्रिम कार्रवाई कर रही है।
भाषा सं आनन्द मनीषा खारी
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