नई दिल्लीः देशभर की गाड़ियों में हूटर लगा हॉर्न प्रतिबंधित है. लेकिन पिछले दिनों ड्यूटी पर तैनात एक सिपाही ने जब ऐसी ही गाड़ी को रोका तो उस कार में बैठे लोगों ने उस सिपाही को न केवल सत्ता की धौंस दी बल्कि उसके काम में बाधा भी डाला.
सिपाही को खींचकर थाने तक ले जाया गया और उसके खिलाफ कार्रवाई कराए जाने की धमकी भी दे डाली. ये सब मामला कैमरे में कैद हो गया और अब वायरल है. कार पर भारतीय जनता पार्टी का झंडा लगा था. हालांकि, पुलिस का कहना है कि मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच चल रही है.
तुम्हारी हैसियत क्या है
सोशल मीडिया पर थाने का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक ट्रैफिक पुलिस के कॉन्सटेबल को रोते हुए देखा जा सकता है. मामला उन्नाव सदर कोतवाली का है जहां ट्रैफिक पुलिस का तैनात सिपाही रूटीन चेकअप के दौरान हूटर लगे हुए एक वाहन की फोटो खींचने की कोशिश की.
चौराहे पर जब गाड़ी हूटर बजाती हुई जा रही थी तब ड्यूटी पर मौजूद माधव ने उस गाड़ी की फोटो खींचनी की कोशिश की तभी गाड़ी में बैठे हुए कथित नेता के रिश्तेदार और कार्यकर्ता निकल आए और उन्होंने कांस्टेबल से कहा, तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई फोटो खींचने की…तुम्हारी हैसियत क्या है?
इसी बीच वीडियो में दूसरी आवाज सुनाई देती है जिसमें कोई कह रहा है- कि ये कह रहा है कि हम फोटो खीचेंगे यह हमारी ड्यूटी है..
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वाहन में कथित रूप से भगवंत नगर के बीजेपी विधायक के रिश्तेदार बैठे हुए थे. फोटो खींचता हुआ देख वे बिगड़ गए और सिपाही को बुरा-भला कहने लगे.
जब गाड़ी रोकी गई थी..तब नेता के रिश्तेदार के तेवर देखिए… pic.twitter.com/689mlw6uUC
— Suraj Shukla (@suraj_livee) May 17, 2022
इसके बाद वे उसे खींचकर थाने लेकर जाते हैं और उसके खिलाफ कार्रवाई कराने की धमकी भी देते हैं. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक इस दौरान वे जिला के उच्चाधिकारी से बात करने की भी धमकी देते हैं. बाद में कोतवाली पहुंचते हैं तो थाने के अन्य अधिकारी के सामने दलीलें रखी जाती हैं. इस दौरान थाने में कई सारे लोग बैठे दिखाई देते हैं और ट्रैफिक पुलिस का सिपाही अपनी बात कहते हुए बार बार आंसूं पोछता हुआ नजर आ रहा है.
लेकिन थाने में मामले को सुन रहे अधिकारी ने पूछा, ‘क्या आपको हूटर लगी हुई गाड़ी से चलने का अधिकार है.’ तो उत्तर आता है- ‘नहीं.’
फिर अधिकारी ने कहा, ‘तो फिर आप गलत कर रहे थे इसलिए चालाना काटा जा रहा था.’
हालांकि, इस पर भी दूसरा पक्ष प्रतिवाद करता हुआ सुना जा सकता है कि आप गलत कह रहे हैं.
वाहन में लगा था बीजेपी का झंडा
सदर कोतवाल ओम प्रकाश राय ने दिप्रिंट को बताया कि, ‘चौराहा गांधी नगर पर ट्रैफिक सिपाही माधव हर दिन की तरह ही अपनी ड्यूटी पर थे और रूटीन चेकिंग कर रहे थे और यातायात के नियमों का उल्लंघन करने वालों का चालान भी काट रहे थे उसी दौरान यह घटना हुई.’
उन्होंने बताया कि, ‘गाड़ी पर भारतीय जनता पार्टी का झंडा लगा है लेकिन नेता से नजदीकी का पता नहीं चल सका है. गाड़ी में कार्यकर्ता लोग थे.’
जब दिप्रिंट ने उनसे पूछा की उन्नाव इतना बड़ा शहर नहीं है कि नेता और रिश्तेदार की पहचान न हो पाए तो उन्होंने कहा कि ‘वो कार्यकर्ता लोग थे जो नेता जी के मुहल्ले में रहते हैं.’
‘हमलोग सिपाही के साथ हैं और कानूनी तौर पर जो भी कार्यवाई उन लोगों के खिलाफ करनी है वो की जाएगी. एफआईआर हमने दर्ज कर ली है.’
एफआईआर हुई दर्ज
वहीं डीएसपी ट्रैफिक आशुतोष कुमार ने इस मामले में दिप्रिंट को बताया कि मंगलवार को ही सिपाही द्वारा एफआई आर दर्ज करा दी गई है और मामले में आगे की जांच चल रही है.
आशुतोष कुमार से जब ये पूछा गया कि किस विधायक का रिश्तेदार है और कैसा रिश्तेदार है? इस सवाल के जवाब में कुमार ने बताया, ‘अभी तक यह सामने नहीं आया है कि वह किस नेता या विधायक का रिश्तेदार है या फिर खुद नेता हैं. गाड़ी में लगे भारतीय जनता पार्टी के झंडे और थाने में मौजूद लोगों की पहचान की जा रही है उसी के आधार पर कार्रवाई भी की जा रही है.’
सपा ने साधा निशाना
इस घटना को लेकर समाजवादी पार्टी ने योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है. समाजवादी पार्टी ने ट्वीट किया कि, ‘भाजपा के गुंडे, लफंगे, उजड्ड और मवाली किस्म के दबंग ,गुंडे ,बदमाश नेता/कार्यकर्ता आजकल सड़क चलते आवारा सांड की भांति बिगड़ैल हो चुके हैं और चरम पर गुंडागर्दी कर रहे. उन्नाव में कुछ भाजपाइयों ने ट्रैफिक पुलिस के सिपाही को न सिर्फ गाली-गलौज दी बल्कि उसे खींचते हुए थाने ले गए.
भाजपा के गुंडे ,लफंगे , उजड्ड और मवाली किस्म के दबंग ,गुंडे ,बदमाश नेता/कार्यकर्ता आजकल सड़क चलते आवारा सांड की भांति बिगड़ैल हो चुके हैं और चरम पर गुंडागर्दी कर रहे ,
उन्नाव में कुछ भाजपाइयों ने ट्रैफिक पुलिस के सिपाही को ना सिर्फ गाली गलौज दी बल्कि उसे खींचते हुए थाने ले गए1/2 pic.twitter.com/tEOE9xWWg7
— SamajwadiPartyMedia (@MediaCellSP) May 18, 2022
योगी जी के राज में योगी जी का अधीनस्थ पुलिसवाला अपनी इज्जत और वर्दी की बेइज्जती देखकर रो दिया.’
आगे उन्होंने लिखा, ‘ये भाजपाइयों का गुंडाराज नहीं तो और क्या है? क्या इसी गुंडई ,मवालीगिरी और बदमाशी तथा लफंगागिरी तथा जनता एंव कानून को कुचलने के लिए भाजपाइयों ने सरकार बनाई थी? बेहद शर्मनाक!’
(पूजा मेहरोत्रा के इनपुट के साथ)
यह भी पढ़ेंः क्या है राजद्रोह कानून जिस पर SC ने लगाई रोक, 2016-19 में बढ़ीं गिरफ्तारियां पर कम हुए दोषसिद्धि के मामले