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Friday, 3 May, 2024
होमदेशकाबुल के गुरुद्वारे पर हुए आत्मघाती हमले की संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने की निंदा, मोदी ने जताया दुख

काबुल के गुरुद्वारे पर हुए आत्मघाती हमले की संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने की निंदा, मोदी ने जताया दुख

मोदी ने ट्वीट कर लिखा, 'आज काबुल में गुरुद्वारे में हुए आतंकी हमले से मन काफी दुखी है. मैं इस हमले में मारे गए सभी लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं.'

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नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस ने काबुल में एक गुरुद्वारे पर हमले की निंदा करते हुए दोहराया कि नागरिकों के खिलाफ हमले अस्वीकार्य हैं और ऐसे हमले करने वालों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के एक प्रमुख गुरुद्वारे में सशस्त्र आत्मघाती हमलावरों के हमले में बुधवार को कम से कम 25 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और आठ अन्य लोग घायल हो गए. अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक सिख समुदाय पर यह अब तक के सबसे घातक हमलों में से एक है.

अफगानिस्तान में पहले भी सिखों को निशाना बनाते रहे इस्लामिक स्टेट (आईएस) आतंकवादी समूह ने इसकी जिम्मेदारी ली है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘आज काबुल में गुरुद्वारे में हुए आतंकी हमले से मन काफी दुखी है. मैं इस हमले में मारे गए सभी लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं.’

संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बुधवार को एक बयान में कहा, ‘महासचिव काबुल में सिख-हिंदू मंदिर में हमले की निंदा करते हैं जिसमें कई नागरिक मारे गए और घायल हो गए. वह पीड़ितों के परिवार के प्रति गहन सहानुभूति व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं.’

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इस बीच, अमेरिका ने भी इस आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि युद्धरत देश के लोग आईएस और अन्य आतंकवादी गतिविधियों से मुक्त भविष्य के हकदार हैं.

उन्होंने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘अमेरिका काबुल में एक सिख गुरुद्वारे और सामुदायिक केंद्र पर आईएस के भयानक हमले की निंदा करता है जिनमें दो दर्जन से अधिक निर्दोष लोग मारे गए.’


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उन्होंने कहा, ‘देश की राजनीतिक चुनौतियों के बावजूद अफगान शांति प्रक्रिया वहां के लोगों के लिए अब भी बड़ा अवसर है कि वे एक साथ आकर राजनीतिक समझौता करें और आईएस के खिलाफ एकजुट हों.’

दक्षिण और मध्य एशिया के लिए अमेरिका की कार्यवाहक विदेश मंत्री एलिस जी वेल्स ने ट्वीट किया, ‘अमेरिका काबुल में सिख मंदिर और एक सामुदायिक केंद्र पर आईएस के हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता है.’

वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को लिखे एक खुले पत्र में भारतीय-अमेरिकी अटॉर्नी रवि बत्रा ने ‘छोटे परमाणु हथियारों’ का इस्तेमाल करके आईएस के खात्मे की अपील की.

बत्रा और उनका परिवार कोरोनावायरस से संक्रमित पाया गया है और वे पृथक रह रहे हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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