नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा पेश बजट 2020 से देश में प्राइवेट ट्रेन चलाने का रास्ता साफ हो गया है. वित्त मंत्री ने बजट भाषण में घोषणा कि की 150 ट्रेनों को पब्लिक प्राइवेट पाटर्नरशिप के तहत चलाए जाएगा. इसके अलावा उन्होंने एलान किया कि देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों को जोड़ने के लिए तेजस एक्सप्रेस ट्रेने चलाई जाएगी.
इसके अलावा वित्त मंत्री सीतारमण ने किसानों के लिए रेल चलाए जाने की भी बात कही. रेलवे पीपीपी के जारिए किसान रेल को चलाएगा. किसान रेल सेवा में रेफ्रिजरेटिड बोगिया भी होंगी, इसके जरिए कृषि उत्पाद को आसानी और समय से बाजार तक पहुंचाया जा सकेगा.
किसान रेल सेवा के अलावा किसानों की आय बढ़ाने और उनके उत्पादों को सही मूल्य दिलाने के लिए विमानन मंत्रायल के जरिए केंद्र सरकार ‘किसान उड़ान योजना’ शुरु करने जा रही है. वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कहा कि राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कृषि उड़ान योजना को शुरु किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि किसानों की उपज को विशेष विमान सेवा के जरिए एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाया जाएगा. इससे सामान जल्द बाजार में पहुंंच सकेंगा. दूध, मांस समेत जल्द खरब होने वाली वस्तुओं को इस योजना के तहत पहुंचाया जाएगा.
वित्त मंत्री ने ने फल और सब्जी जैसे जल्दी खराब होने वाले कृषि उत्पादों की ढुलाई के लिये किसान रेल का प्रस्ताव किया है. इसके तहत इन उत्पादों को रेफ्रिजरेटिड डिब्बों में ले जाने की सुविधा होगी. विशेष किसान रेलगाड़ियां सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत चलाने का प्रस्ताव है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2020-21 का बजट पेश करते हुए किसानों के लाभ के लिए कई उपायों का प्रस्ताव रखा. उन्होंने कहा कि जल्द खराब होने वाले सामान के लिए राष्ट्रीय शीत आपूर्ति श्रृंखला के निर्माण को रेलवे पीपीपी मॉडल से किसान रेल बनाएगी. इससे ऐसे उत्पादों की ढुलाई तेजी से हो सकेगी.
उन्होंने कहा कि सरकार की चुनिंदा मेल एक्सप्रेस और मालगाड़ियों के जरिये जल्द खराब होने वाले सामान की ढुलाई के लिये रेफ्रिजरेटिड पार्सल वैन का भी प्रस्ताव है. जल्द खराब होने वाले फल, सब्जियों, डेयरी उत्पादों, मछली, मांस आदि को लंबी दूरी तक ले जाने के लिये इस तरह की तापमान नियंत्रित वैन की जरूरत है.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ में)