नई दिल्ली: यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध जारी है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन संकट पर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई. इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल समेत कई मंत्री शामिल हुए.
सूत्रों ने सोमवार जानकारी दी कि यूक्रेन संकट पर प्रधानमंत्री मोदी ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है और बताया कुछ केंद्रीय मंत्री भारतीय नागरिकों की निकासी में समन्वय के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जा सकते हैं.
यूक्रेन संकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। कुछ केंद्रीय मंत्री निकासी के समन्वय के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जा सकते हैं: सरकारी सूत्र
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 28, 2022
सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह निकासी मिशन के समन्वय और छात्रों की मदद करने के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों की यात्रा करेंगे.
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह निकासी मिशन के समन्वय और छात्रों की मदद करने के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों की यात्रा करेंगे: सरकारी सूत्र
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ये भारत के विशेष दूत के तौर पर यात्रा करेंगे. रूस के आक्रमण के समय लगभग 20,000 भारतीय नागरिक यूक्रेन में थे.
विपक्षी दलों ने डरे हुए छात्रों के वीडियो शेयर कर सरकार से देश से बाहर निकालने की अपील की थी.
मोदी ने रविवार को भी यूक्रेन संकट पर एक बैठक की अध्यक्षता की थी और कहा था कि भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उन्हें युद्धग्रस्त देश से बाहर निकालना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है.
बैठक में यूक्रेन के पड़ोसी देशों के साथ सहयोग और बढ़ाने पर भी चर्चा हुई ताकि भारतीय छात्रों को युद्धग्रस्त देश से तेजी से बाहर निकाला जा सके.
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