मुंबई, 30 अगस्त (भाषा) शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को महाराष्ट्र सरकार पर शहर में मराठा प्रदर्शनकारियों को बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने में विफल रहने का आरोप लगाया और पार्टी कार्यकर्ताओं से पानी, भोजन और शौचालय सुविधाएं उपलब्ध कराने में मदद करने की अपील की।
ठाकरे ने मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे से फोन पर भी बात की।
उद्धव के पार्टी सहयोगी अंबादास दानवे ने दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में जरांगे से मुलाकात की और उद्धव की उनसे बात करायी।
पूर्व मुख्यमंत्री पहले ही जरांगे के आंदोलन को समर्थन दे चुके हैं। उद्धव ने कहा, “महाराष्ट्र के कोने-कोने से, हमारे मराठी भाई हजारों की संख्या में मुंबई में एकत्रित हुए हैं। बारिश, पानी और कीचड़ का सामना करते हुए वे अपनी जायज मांगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “सरकार उन्हें (प्रदर्शनकारियों को) बुनियादी सुविधाएं देने में विफल रही है। ऐसे समय में, मैं सभी शिवसैनिकों से अपील करता हूं कि वे एकजुट होकर इन भाइयों और बहनों को पानी, भोजन व शौचालय की सुविधा प्रदान करने के लिए अथक प्रयास करें। यही हमारा महाराष्ट्र धर्म है।”
शुक्रवार से भूख हड़ताल पर बैठे जरांगे अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी के तहत मराठों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण की मांग कर रहे हैं।
जरांगे चाहते हैं कि मराठों को कुनबी के रूप में मान्यता दी जाए, जो ओबीसी श्रेणी में शामिल एक कृषक जाति है।
राज्य भर से दक्षिण मुंबई पहुंचे हजारों मराठा प्रदर्शनकारियों ने कार्यक्रम स्थल पर बुनियादी सुविधाओं की कमी और पानी व भोजन की अनुपलब्धता की शिकायत की है।
मुंबई में शुक्रवार सुबह से ही बारिश हो रही है, जिसके कारण प्रदर्शनकारियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
रात भर हुई बारिश के कारण धरना स्थल पर पानी भर गया, जिसके बाद सुबह छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) के बाहर चौराहे पर प्रदर्शनकारी एकत्र हो गए और यातायात ठप हो गया।
कई प्रदर्शनकारियों ने भोजन की अनुपलब्धता की शिकायत की और आरोप लगाया कि सरकार ने धरना स्थल के आसपास की दुकानें बंद करा दी हैं।
उन्होंने यह भी दावा किया कि मैदान में प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं थीं।
भाषा जितेंद्र सुभाष
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