scorecardresearch
Saturday, 28 December, 2024
होमदेशछात्रों के उपद्रव मामले में दो व्यक्ति गिरफ्तार, छह पुलिसकर्मी निलंबित

छात्रों के उपद्रव मामले में दो व्यक्ति गिरफ्तार, छह पुलिसकर्मी निलंबित

Text Size:

प्रयागराज (उप्र), 26 जनवरी (भाषा) यहां प्रयाग स्टेशन के निकट रेलवे ट्रैक पर जाम लगाने और उपद्रव करने के मामले में पुलिस ने दो नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है जबकि अनावश्यक बल प्रयोग करने के लिए छह पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों में प्रदीप यादव और मुकेश यादव शामिल हैं जबकि सोशल मीडिया पर कथित तौर पर भड़काऊ टिप्पणी करने वाले राजेश सचान की तलाश जारी है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने बुधवार को पुलिस लाइन में संवाददाताओं को बताया कि इस मामले में एक वीडियो भी वायरल किया गया था जिसमें कुछ पुलिसकर्मी अनावश्यक बल प्रयोग करते हुए दिखाई दे रहे थे। उन्होंने बताया कि इस मामले में मीडिया सेल प्रभारी राकेश भारती, एसआई शैलेन्द्र यादव, एसआई कपिल कुमार चहल, आरक्षी मोहम्मद आरिफ, आरक्षी अच्छे लाल और आरक्षी दुर्वेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।

उन्होंने बताया कि मंगलवार को हुई इस घटना के संबंध में पुलिस ने 1,000 अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ 13 गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि प्रयागराज पुलिस किसी भी निर्दोष व्यक्ति पर कार्रवाई नहीं करेगी।

इस बीच, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने उन इलाकों का दौरा किया जहां हजारों की संख्या में छात्र रहते हैं। उन्होंने छात्रों को सभी मामलों में निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिया और उन्हें कानून अपने हाथ में नहीं लेने की अपील की।

कुमार ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि ये उपद्रवी कुछ राजनीतिक दलों से धन लेकर ऐसा कर रहे हैं या फिर इन्हें अशांति पैदा करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि इस पहलू की जांच के लिए 11 लोगों की टीम बनाई गई है और जल्द ही इसका पर्दाफाश होगा।

इस बीच वर्ष 1979-80 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष रहे और वर्तमान में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर शहर उत्तरी सीट से विधानसभा चुनाव लड़ रहे अनुग्रह नारायण सिंह ने छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई की निंदा की। उन्होंने कहा कि जो नौजवान लोग बेरोजगार हैं, वे अपने हक की मांग कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हक की मांग करना गुनाह नहीं है। लाठी के दम पर उन्हें दबाना ठीक नहीं है। लगभग 1.24 लाख छात्रों ने ग्रुप-डी के तहत रेलवे की नौकरियों के लिए मार्च, 2019 से आवेदन कर रखा है। सरकार ने तीन साल से भर्ती लटका रखी है। ऐसे में छात्रों का गुस्सा होना जायज है।’’

उल्लेखनीय है कि कर्नलगंज थाना अंतर्गत प्रयाग स्टेशन के पास मंगलवार को एक हजार से अधिक की संख्या में छात्र रेलवे ट्रैक पर एकत्र हो गए थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें खदेड़ कर भगा दिया था। इस दौरान कुछ छात्रों ने पुलिस बल पर पथराव किया था।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के मुताबिक, ये उपद्रवी आसपास के लॉज में जाकर छिप गए थे। उन्होंने कहा कि पुलिस लॉज में जाकर उन्हें बाहर निकालने का प्रयास कर रही थी और इस दौरान कुछ पुलिसकर्मियों ने अनावश्यक बल का भी प्रयोग किया।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने मंगलवार को प्रयागराज में छात्रों के लॉज में पुलिस द्वारा तोड़फोड़ का वीडियो ट्विटर पर साझा किया था और इस घटना की निंदा की थी।

भाषा राजेंद्र

राजेंद्र

देवेंद्र

देवेंद्र

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments