नयी दिल्ली, 28 जनवरी (भाषा) उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में फिरौती के लिए 18 वर्षीय युवक का अपहरण करने और उसकी हत्या करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि बुराड़ी निवासी आरोपी गोपाल (19) और सुशील (19) हिंदी फिल्म ‘अपहरण’ से प्रेरित थे। पुलिस ने कहा कि आरोपी पीड़ित को अपने साथ जन्मदिन की पार्टी में ले गए और पीड़ित का अपहरण कर 10 लाख रुपये की फिरौती मांगने की साजिश रची।
पुलिस को रविवार को रात करीब साढ़े 11 बजे सूचना मिली कि 11वीं कक्षा का छात्र रोहन बुराड़ी से लापता हो गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रोहन के पिता ने कहा कि वह कारोबार चलाते हैं। रविवार शाम करीब छह बजे रोहन अपने दोस्त गोपाल के साथ जन्मदिन की पार्टी के लिए निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा।
गोपाल से संपर्क किए जाने पर उसने बताया कि रोहन रात करीब 10 बजे पार्टी छोड़कर चला गया था। अधिकारी ने कहा कि रोहन के मोबाइल फोन की लोकेशन उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में मिली। जांच के दौरान करीब 200 सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया और उनका विश्लेषण किया गया।
पुलिस उपायुक्त (उत्तर) सागर सिंह कलसी ने कहा, ‘‘संदिग्ध गोपाल को मंगलवार और बुधवार की रात बुराड़ी से पकड़ा गया और उससे पूछताछ की गई। पूछताछ में उसने रोहन के अपहरण और हत्या का पूरा घटनाक्रम बताया।’’
डीसीपी ने बताया कि गोपाल बयान के आधार पर रोहन का शव हरित विहार, बुराड़ी में एक जमीन से बरामद किया गया और उसके एक सहयोगी सुशील को भी बुराड़ी से पकड़ा गया। गोपाल ने पुलिस को बताया कि वह बुराड़ी के एक शोरूम में क्लीनर का काम करता है। उसने देखा कि रोहन अपने पिता के साथ शोरूम में खरीदारी करने आया करता था।
डीसीपी ने बताया कि उसने अपने दो दोस्तों को रोहन के अपहरण की साजिश में शामिल कर लिया। वह पिछले एक साल से रोहन के संपर्क में था और उसका अच्छा दोस्त बन गया था। पुलिस ने कहा कि उन्होंने फिरौती के रूप में 10 लाख रुपये की मांग करने की साजिश रची थी।
पुलिस ने बताया कि गोपाल ने 16 जनवरी को किराए पर एक कमरा भी लिया था। रविवार की शाम को रोहन गोपाल के साथ जन्मदिन की पार्टी में गया था। आरोपी रोहन को कमरे में ले गए और पार्टी करने के बाद गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। बाद में शव को ठिकाने लगाने का फैसला करने के बाद वे देर रात मौके से चले गए। कलसी ने कहा कि उनकी अगले दिन फिरौती के लिए फोन करने की योजना थी।
पुलिस ने कहा कि गोपाल जब सोमवार को काम पर गया तो उसे पता चला कि परिवार ने पुलिस से संपर्क किया है। वह घबरा गया और उसने अपने सहयोगियों को सूचित किया। उन्होंने फिरौती के लिए फोन करने की अपनी योजना छोड़ दी और पुलिस को गुमराह करने के लिए रोहन का मोबाइल फोन उत्तर प्रदेश ले गए और लगातार मोबाइल फोन की लोकेशन बदलते रहे।
भाषा सुरभि दिलीप
दिलीप
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