नयी दिल्ली, चार अगस्त (भाषा) दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में प्रतिबंधित चीनी ई-सिगरेट की कथित तौर पर तस्करी करने के आरोप में नेपाल के दो नागरिकों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि आरोपी विश्वनाथ बरई (25) और गंगा राम चौधरी (30) को अजमेरी गेट के पास उस समय गिरफ्तार किया गया जब वे खेप पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे।
पुलिस उपायुक्त (मध्य) निधिन वालसन ने एक बयान में कहा कि आरोपियों के कब्जे से 11 विभिन्न ‘फ्लेवर’ की 2,970 ई-सिगरेट बरामद की गईं, साथ ही प्रतिबंधित सामान के परिवहन के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक किराए का ई-रिक्शा भी बरामद किया गया।
डीसीपी ने विवरण साझा करते हुए कहा कि पुलिस को एक अगस्त को विश्वनाथ बरई की गतिविधि के बारे में सूचना मिली थी। वह कथित तौर पर भारत में प्रतिबंधित ई-सिगरेट की आपूर्ति करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह में शामिल था।
देशबंधु गुप्ता रोड, पहाड़गंज फ्लाइओवर और अजमेरी गेट लालबत्ती के पास जाल बिछाया गया। एक मुखबिर ने अजमेरी गेट पर एक ई-रिक्शा में सवार संदिग्धों की पहचान की। जब चालक को रुकने का इशारा किया गया तो दोनों सवार भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन टीम ने उन्हें पकड़ लिया।
डीसीपी ने कहा, ‘तलाशी के दौरान वाहन में 15 सफेद प्लास्टिक की बोरियां मिलीं, जिनमें से प्रत्येक में दो गत्ते के डिब्बे थे। इन डिब्बों में 11 प्रकार के फ्लेवर की ई-सिगरेट थीं।’
वालसन ने बताया कि यह माल चीन से नेपाल के रास्ते तस्करी करके पर्यटक बसों के जरिए भारत लाया गया था। इन्हें दिल्ली में 1,100 रुपये प्रति नग की दर से बेचा जा रहा था।
आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पहले भी करोल बाग, जनपथ मार्केट और कनॉट प्लेस में ई-सिगरेट की आपूर्ति की थी।
डीसीपी ने कहा कि चीन में आपूर्ति स्रोत का पता लगाने और अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं।
भाषा
शुभम प्रशांत
प्रशांत
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