गोपेश्वर (उत्तराखंड), नौ जून (भाषा) पिछले साल फरवरी में ऋषिगंगा नदी में बाढ़ के कारण आयी आपदा में लापता लोगों के शव मिलने का सिलसिला अब भी जारी है और एनटीपीसी की क्षतिग्रस्त हुई तपोवन—विष्णुगाड परियोजना की सुरंग से दो और शव बरामद हुए हैं।
पुलिस ने बृहस्पतिवार को बताया कि बुधवार देर शाम धौलीगंगा नदी पर बन रही परियोजना की तपोवन स्थित इंटेल सुरंग की सफाई के दौरान मलबे से ये दो शव बरामद हुए। इनमें से एक की पहचान हो गई है ।
पुलिस ने बताया कि सुरंग की सफाई कर रही हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारी अंबा दत्त भट्ट ने तपोवन पुलिस चौकी पर मलबे में शव दिखाई देने की सूचना दी थी, जिसके बाद पुलिसकर्मियों और कंपनी के कर्मचारियों ने उन्हें बाहर निकालने का संयुक्त अभियान चलाया।
उन्होंने बताया कि दो शव में से एक का केवल धड़ मिला है, उसका सिर गायब है। हालांकि, उसके शरीर के कपड़े के आधार पर उसकी शिनाख्त जोशीमठ के ग्राम ढाक निवासी हरीश सिंह के रूप में हुई है।
दूसरे शव का केवल छाती का हिस्सा मिला है और उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस ने बताया कि दोनों शव को फिलहाल शवगृह में रखा गया है और उनके डीएनए के नमूने लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सात फरवरी 2021 को हुए हादसे में 205 व्यक्तियों की गुमशुदगी की रिपोर्ट जोशीमठ थाने में दर्ज हुई थी, जिसमें से अभी तक मिले कुल 82 व्यक्तियों तथा एक मानव अंग की शिनाख्त की जा चुकी है। लापता लोगों के परिजनों द्वारा डीएनए के 222 नमूने दिए जा चुके हैं।
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