नई दिल्ली/गोकपुरी/जाफराबाद: उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दो गुटों के बीच शुरू हुई झड़प बड़े दंगे में बदल चुकी है. दंगा इतना बढ़ा कि इसमें न केवल अभी तक आठ लोगों की जान जा चुकी है. जिसमें दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की जहां मौत हो गई वहीं पूर्वी दिल्ली से सांसद गौतम गंभीर, इस दंगे में घायल हुए शहादरा डीसीपी अमित शर्मा से मिले. बता दें कि सोमवार को हुई हिंसा में नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में तनाव पूर्व स्थिति बनी हुई हैं.
जिसमें करावल नगर, यमुना विहार, मौजपुर, भजनपुरा, बाबरपुर, गोकलपुरी, ब्रह्मपुरी,करदमपुरी, कबीरनगर,चांदबाग और जाफराबाद सुलग रहा है.
पिंक लाइन मेट्रो ने अपने पांच स्टेशन बंद किए हैं जो इस इलाके में फैले बलवाइयों को देखते हुए पूरे दिन मेट्रो स्टेशन बंद रहे.
गोकलपुरी इलाके में मंगलवार को भी पत्थरबाजी और छिटपुट हिंसा की खबरें आईं. वहां पहुंची दिप्रिंट टीम ने वहां के हालात पर पैनी नजर रखी.
दिप्रिंट की फोटोग्राफर मनीषा मोंडल ने गोकलपुरी, चांद बाग, टायर मार्केट सहित हर उस जगह पहुंची जहां दंगा हो रहा है और दिल्ली की सुलगती तस्वीरें ..
गहरा काला धुआं पूरे क्षेत्र को अपने आगोश में लिए हुए है जिसे देखकर लग रहा है कि हालात कितने विभत्स हो चुके हैं.
वहीं गोकलपुरी मेन रोड पूरी तरह से खाली दिखी जहां दो बच्चे हालात से अंजान सड़क पर दौड़ते नजर आए…
हमारी टीम जब दंगे वाले इलाके का दौरा कर रही थी तब पाया कि किस तरह से घरों में तोड़-फोड़ की गई है…चारों तरफ टूट फूट के निशान और सड़कों पर डंडा और पत्थर फैला पड़ा था.
इलाके में दंगा नियंत्रण वाहन, दिल्ली पुलिया की बसें-गाड़ियां, वॉटर कैनन से लेकर बसों में भरकर लाई गई सीआरपीएफ इस बात की गवाही देते हैं कि हालात क़ाबू से बाहर हैं. हालांकि यहां मौजूद दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, ‘सब काबू में है.’
सीएए के खिलाफ उत्तरी पूर्वी दिल्ली में दंगा लगातार जारी है. खबर के मुताबिक मौजपुर मेट्रो स्टेशन के करीब जहां पत्थरबाजी हुई है.
दिल्ली में फैले इस दंगे के मद्देनजर गृहमंत्री अमित शाह ने जहां बैठक बुलाई है जिसमें उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक, पूर्वी दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी, और कांग्रेस नेता सुभाष चोपड़ा मौजूद थे. केजरीवाल ने यह भी कहा कि मीटिंग में गृहमंत्री जी ने यह भी आश्वासन दिया है कि पुलिस की कोई कमी नहीं होने देंगे. उन्होने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो सेना भी बुलाई जा सकती है.
कल दंगे से पहले लोगों की भीड़ ने ऐसे सड़क जाम कर दिया था, जिसके बाद दंगा फैलता गया.
भाजपा समर्थित कपिल मिश्रा द्वारा आयोजित हिन्दू आतंकवाद अपने चरम पर,पर इसमें नुकसान आम जनता का हुआ।