श्रीनगर, 19 नवंबर (भाषा) जम्मू-कश्मीर के माछिल सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास अपने एक साथी को इलाज के लिए ले जाने के दौरान भारतीय सेना के एक गश्ती दल के दो जवानों की मौत हो गई। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
श्रीनगर स्थित रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी कर्नल एमरोन मुसावी ने कहा कि गनर सौविक हाजरा ने बृहस्पतिवार और शुक्रवार की दरमियानी रात उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में एक नियमित लिंक गश्त के दौरान सांस लेने में कठिनाई होने की शिकायत की।
कर्नल मुसावी ने कहा कि प्रारंभिक स्वास्थ्य मूल्यांकन के बाद, सौविक को निकटतम चौकी पर ले जाने का निर्णय लिया गया।
सौविक की निकासी के दौरान, गश्ती दल के कुछ जवान भारी हिमस्खलन की चपेट में आ गए। उन्होंने कहा कि निकटतम चौकी से सैनिकों के साथ तुरंत खोजी और बचाव अभियान शुरू किया गया।
हाइपरथर्मिया से पीड़ित गनर सौविक हाजरा की हालत बिगड़ने लगी, इसके बाद सुबह करीब 10.30 बजे हवाई निकासी का अनुरोध किया गया। कर्नल मुसावी ने कहा कि सौविक को कुपवाड़ा के 168 सैन्य अस्पताल (एमएच) में ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि खोजी दल ने हिमस्खलन की चपेट में आए लांस नायक मुकेश कुमार का पता लगाया और अपराह्न करीब ढाई बजे उसे 168 एमएच तक एयरलिफ्ट किया। इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
हिमस्खलन की चपेट में आए नायक गायकवाड़ मनोज लक्ष्मण राव की तलाश करने में खोजी दल को अधिक मेहनत करनी पड़ी।
मुसावी ने कहा कि विस्तृत तलाशी के बाद नायक राव का शाम करीब साढ़े चार बजे पता चला और उन्हें 168 एमएच ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
प्रवक्ता ने कहा कि राव (41) महाराष्ट्र के धुलेद जिले के चुंचक्केडे गांव के रहने वाले थे और उनके परिवार में उनकी पत्नी हैं।
लांस नायक मुकेश कुमार (22) राजस्थान के नागौर जिले के सजवंतगढ़ गांव के थे और उनके परिवार में उनकी मां हैं। गनर हाजरा (22) पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले के खमारबेरिया गांव के रहने वाले थे।
कर्नल मुसावी ने कहा कि इस हादसे में मारे गए जवानों के पार्थिव शरीर को उनके अंतिम संस्कार के लिए पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक स्थानों पर ले जाया जाएगा।
भाषा रवि कांत रंजन
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