नयी दिल्ली, 28 फरवरी (भाषा) यूक्रेन के खिलाफ रूस के आक्रमण पर संयुक्त राष्ट्र महासभा का एक विशेष आपात सत्र बुलाने के लिए सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में हुए मतदान में भारत के भाग नहीं लेने को लेकर कुछ विपक्षी दलों के नेताओं ने सोमवार को केंद्र की आलोचना की।
हालांकि, कांग्रेस ने इस मुद्दे पर टिप्पणी नहीं की। वहीं, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना के नेताओं ने यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई को युद्ध कहने से इनकार करने को लेकर केंद्र पर निशाना साधा।
शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया, ‘‘और अब परमाणु खतरा होने वाला है। शांत रहें, तटस्थ रहें, क्या नहीं?। ’’
तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा ने कहा, ‘‘युद्ध को युद्ध कहने से भारत का इनकार करना हमारे जीवनकाल में महंगा साबित होगा।’’
पश्चिम बंगाल से लोकसभा सदस्य ने ट्वीट किया, ‘‘रूस के कदम से उत्साहित, यदि चीन ने जब कभी भारत पर आक्रमण किया तो संतुलन रखने की अपनी नीति के चलते हमारे पास महज कुछ ही सहयोगी शेष होंगे।’’
उल्लेखनीय है कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में हुए उस मतदान में हिस्सा नहीं लिया है, जो यूक्रेन के खिलाफ रूस के आक्रमण पर संयुक्त राष्ट्र महासभा का एक विशेष आपात सत्र बुलाने के उद्देश्य से कराया गया। हालांकि, नयी दिल्ली ने बेलारूस सीमा पर वार्ता करने के रूस और यूक्रेन के फैसले का स्वागत किया है।
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सुभाष माधव
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