scorecardresearch
Sunday, 30 March, 2025
होमदेशवायनाड भूस्खलन पीड़ितों के लिए टाउनशिप पुनर्वास की दिशा में पहला कदमः प्रियंका गांधी

वायनाड भूस्खलन पीड़ितों के लिए टाउनशिप पुनर्वास की दिशा में पहला कदमः प्रियंका गांधी

Text Size:

वायनाड (केरल), 27 मार्च (भाषा) कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने बृहस्पतिवार को कहा कि वायनाड भूस्खलन पीड़ितों के लिए प्रस्तावित टाउनशिप उनके पुनर्वास की दिशा में पहला कदम है और हर किसी को इसके प्रति सकारात्मक होना चाहिए।

पुल्पल्ली स्थित श्री सीता देवी लवकुश मंदिर में दर्शन के बाद पत्रकारों से बातचीत में वायनाड की सांसद वाद्रा ने कहा, ‘देखिए, यह पहला कदम है और हम यहां उद्घाटन के लिए आए हैं और हमें इसके प्रति सकारात्मक होना चाहिए।’

उन्होंने कहा, ‘हर किसी ने अपनी ओर से हरसंभव प्रयास किया है। जैसा कि आप जानते हैं, कर्नाटक सरकार ने घोषणा की है कि वह मदद करेगी और 100 घर बनाएगी। इसलिए, मुझे लगता है कि यह एक सामूहिक प्रयास है और हर किसी को सकारात्मक होना चाहिए।’

कांग्रेस नेता तीन दिवसीय यात्रा पर वायनाड पहुंचीं हैं। इस दौरान वह कई कार्यक्रमों में भाग लेंगी, जिसमें शाम को एलस्टोन एस्टेट, कलपेट्टा में मुंडक्कई-चूरलमाला भूस्खलन में बचे लोगों के लिए प्रस्तावित टाउनशिप की आधारशिला रखना भी शामिल है।

राज्य सरकार की टाउनशिप परियोजना का उद्देश्य उन परिवारों को स्थायी और सुसज्जित आवास प्रदान करना है, जिन्होंने 30 जुलाई, 2024 को वायनाड के मुंडक्कई और चूरलमाला क्षेत्रों में हुए विनाशकारी भूस्खलन में अपने घर गंवा दिये थे। इस आपदा में 200 से अधिक लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हो गए थे। भूस्खलन में दोनों क्षेत्र लगभग नष्ट हो गए थे।

पुल्पल्ली में वाद्रा ने सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल और मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) में उपलब्धियों के लिए ग्राम पंचायत अधिकारियों की सराहना की।

सुल्तान बाथरी के पुल्पल्ली ग्राम पंचायत में नए ग्राम पंचायत कार्यालय परिसर का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने कहा कि यह देखकर बहुत गर्व होता है कि लोकतंत्र जमीनी स्तर पर प्रभावी और सुंदर तरीके से काम कर रहा है।

क्षेत्र में मानव-पशु संघर्ष का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, ‘हम सभी जानते हैं कि दिसंबर 2024 के अंत से लेकर इस साल फरवरी के मध्य तक बहुत ही कम समय में वायनाड लोकसभा क्षेत्र में जंगली जानवरों के हमलों में सात लोग मारे गए।’

वाद्रा ने कहा कि उन्होंने संसद में यह मामला उठाया है और केंद्र सरकार से मानव-पशु संघर्ष के कारण वायनाड के समक्ष मुश्किलों को रोकने के लिए निर्णायक कदम उठाने की मांग की है।

उन्होंने कहा, ‘हालांकि इस समस्या का समाधान कठिन है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि हम सब मिलकर इस समस्या का समाधान कर सकेंगे और आपका जीवन आसान होगा।’

वाद्रा ने यह भी कहा कि मनरेगा योजना में धनराशि मिलने में देरी और बकाया मजदूरी केरल के सांसदों द्वारा संसद में उठाया गया एक और बड़ा मुद्दा है।

उन्होंने कहा, ‘हम जितना हो सके दबाव डालेंगे ताकि धनराशि जारी की जा सके।’

इससे पहले प्रियंका कन्नूर हवाई अड्डे से सड़क मार्ग के जरिए वायनाड पहुंचीं।

भाषा योगेश पवनेश

पवनेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments