लखनऊ, 23, नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को रविवार को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने पुलिस झंडा दिवस के अवसर पर यहां पुलिस कलर (झंडा) लगाया, जबकि राज्य की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को राजभवन में आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) की पुलिस महानिदेशक श्रीमती नीरा रावत ने ‘फ्लैग पिन’ लगाया।
‘फ्लैग पिन’ लगाने से आशय वस्त्र पर छोटे आकार के ध्वज से युक्त बैज लगाने से है।
एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को रविवार को उनके यहां सरकारी आवास पांच, कालिदास मार्ग पर उत्तर प्रदेश पुलिस झंडा दिवस के अवसर पर डीजीपी राजीव कृष्ण ने “फ्लैग पिन” लगाया।
योगी आदित्यनाथ ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ खाते पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘कर्तव्यनिष्ठा, वीरता और सेवा-समर्पण की गौरवशाली परंपरा के प्रतीक ‘पुलिस झंडा दिवस’ के अवसर पर आज लखनऊ में उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक श्री राजीव कृष्ण जी ने पुलिस कलर (झंडा) लगाया।’’
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा ‘‘उत्तर प्रदेश में शांतिपूर्ण और सुरक्षित माहौल बनाए रखने में सतत योगदान देने वाले उत्तर प्रदेश पुलिस के सभी कर्मियों को पुलिस झंडा दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।’’
पोस्ट में मौर्य ने कहा, ‘‘आपकी सतर्कता, प्रतिबद्धता और निरंतर सेवा ने प्रदेश में भरोसे और सुरक्षित वातावरण की नींव को और मजबूत किया है।”
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में शांति सुरक्षा और आदर्श कानून व्यवस्था के सूत्रधार, उत्तर प्रदेश पुलिस के सभी समर्पित कर्मियों को पुलिस झंडा दिवस पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।’’
एक आधिकारिक बयान के अनुसार उप्र की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को राजभवन में पुलिस झंडा दिवस के अवसर पर आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) की पुलिस महानिदेशक श्रीमती नीरा रावत ने फ्लैग पिन लगाया। राज्यपाल को स्मृति चिह्न भी भेंट किया गया।
इस अवसर पर हुए संवाद में राज्यपाल ने कहा कि पुलिस झंडा दिवस केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि वर्षभर पुलिस विभाग द्वारा की गई प्रगति, सेवा कार्यों तथा अपराध नियंत्रण के प्रभावी प्रयासों की समीक्षा और उत्सव मनाने का अवसर होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि “झंडा दिवस इस बात का उत्सव होना चाहिए कि कितना अपराध कम हुआ, कौन-कौन से नवाचार किए गए और समाज सेवा में कितना योगदान दिया गया।”
राज्यपाल ने महिला पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण, सुरक्षा व्यवस्था, उनकी समस्याओं पर संवाद तथा समाधान खोजने के लिए नियमित बैठक आयोजित करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि ड्यूटी के बाद जब महिला पुलिसकर्मी समय निकाल सकें, तो उन्हें नवाचार और कौशल सीखने के अवसर प्रदान किए जाने चाहिए।
राज्यपाल ने बताया कि राजभवन में तैनात पुलिसकर्मी अत्यंत सकारात्मक, समाजोपयोगी और रचनात्मक कार्य कर रहे हैं जिसके तहत वे पांच विद्यालयों के बच्चों को बैंड प्रशिक्षण दे रहे हैं। ये बच्चे 26 जनवरी की परेड में भाग लेते हुए सर्वोच्च स्थान प्राप्त कर चुके हैं।
भाषा आनन्द संतोष नेत्रपाल संतोष
संतोष
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