मुंबई, 31 जुलाई (भाषा) मुंबई स्थित ‘टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज’ (टीआईएसएस) ने बुधवार को कहा कि उसने 2017, 2018 और 2019 बैच के पीएचडी शोधार्थियों को आवंटित पांच साल की अवधि से अधिक समय तक रहने के कारण अपने छात्रावास के कमरे खाली करने को कहा है।
संस्थान ने यहां एक बयान में कहा कि इन छात्रों पर सामूहिक रूप से सेमेस्टर फीस के साथ-साथ छात्रावास और भोजन कक्ष शुल्क का भी लाखों रुपये बकाया है।
यह बयान मीडिया में आई उस रिपोर्ट के जवाब में आया जिसमें कहा गया था कि कुछ छात्रों को छात्रावास खाली करने को कहा गया है।
टीआईएसएस ने कहा, ‘‘जिन ‘विद्यार्थियों’ को नोटिस भेजा गया है, वे सभी पीएचडी शोधार्थी हैं। शोधार्थियों को ‘बेदखली’ का नोटिस नहीं भेजा गया है, बल्कि उन्हें छात्रावास खाली करने के लिए कहा गया है, क्योंकि वे अपने पंजीकरण की तिथि के अनुसार आवंटित पांच वर्षों से अधिक समय से वहां रह रहे हैं।’’
भाषा सं राजकुमार नेत्रपाल
नेत्रपाल
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