बहराइच (उप्र), 31 अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) और स्थानीय पुलिस ने जिला पंचायत के एक पूर्व अध्यक्ष की कथित तौर पर सुपारी लेकर हत्या करने आए भाड़े के तीन हत्यारों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही हत्या की कथित रूप से सुपारी देने वाले शख्स को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार, शनिवार देर रात हुई मुठभेड़ में परशुराम मौर्य नाम के एक आरोपी के पैर में गोली लगी है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि तीन आरोपी पूर्व विधायक दिवंगत दृगराज सिंह के पुत्र व जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष विजय सिंह की सुपारी लेकर हत्या करने आए थे।
उन्होंने बताया कि इस साजिश के पीछे विजय सिंह और उनके बड़े भाई दिवंगत तरुण सिंह के परिवार के बीच संपत्ति विवाद वजह है।
पुलिस ने बताया कि यह मुठभेड़ बहराइच जिले के कड़सर बिटौरा गांव में हुई, जहां विजय सिंह की हत्या की साजिश रचने वाले आरोपी मौजूद थे। पुलिस के मुताबिक, इनमें से तीन बाराबंकी जिले के शातिर अपराधी हैं, जबकि चौथा आरोपी आलोक सिंह, दिवंगत तरुण सिंह का दामाद है।
अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) रामानंद प्रसाद कुशवाहा ने बताया कि संपत्ति विवाद के चलते आलोक सिंह ने विजय सिंह की हत्या की साजिश रची थी और आरोप है कि आलोक सिंह ने जेल से रिहा हुए तीन अपराधियों को हत्या की सुपारी दी थी।
उन्होंने बताया कि विवाद 150 बीघा जमीन को लेकर है, जिसे आलोक सिंह बेचना चाहता था और इसमें विजय सिंह को बाधा मानता था।
कुशवाहा ने संवाददाताओं को बताया कि बहराइच पुलिस और एसटीएफ की एक टीम को इलाके में अपराधियों के बारे में गुप्त सूचना मिली थी जो विजय सिंह की हत्या की फिराक में थे।
एएसपी के अनुसार, शनिवार रात करीब सवा आठ बजे एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम को विजय सिंह के फार्महाउस के पास चार संदिग्ध दिखाई दिए।
उन्होंने बताया कि जब पुलिस ने उन्हें घेरने की कोशिश की तो उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी तथा जवाबी कार्रवाई में परशुराम मौर्य के पैर में गोली लग गई।
कुशवाहा ने बताया कि घायल आरोपी को इलाज के लिए स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।
उनके मुताबिक, गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों में से तीन दोषसिद्ध अपराधी हैं। अधिकारी ने बताया कि परशुराम मौर्य और प्रदीप यादव बाराबंकी के बदोसराय थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं और 17-17 साल की सजा काट चुके हैं, जबकि तीसरा आरोपी साकेत रावत टिकैतनगर थाना क्षेत्र का निवासी है और 15 साल की सजा काट चुका है।
एएसपी के अनुसार, पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने विजय सिंह की गतिविधियों की रेकी की थी और पाया था कि वह हर शाम अपने फार्महाउस स्थित मंदिर में दीपक जलाने जाते हैं।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के पास से दो पिस्तौल, एक रिवॉल्वर, कारतूस, खोखे और एक मोटरसाइकिल बरामद की है।
अधिकारी ने बताया कि उनके खिलाफ कैसरगंज थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
भाषा सं आनन्द नोमान
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