जबलपुर, 17 मार्च (भाषा) मध्य प्रदेश की जबलपुर पुलिस ने विभिन्न राज्यों में करीब 500 लोगों को वीआईपी फोन नंबर देने के नाम पर कथित तौर पर तीन करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिद्धार्थ बहुगुणा ने बृहस्पतिवार को पत्रकारों को बताया कि पिछले तीन साल में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और केरल के अनेक लोग इस घोटाले की शिकार हुए हैं।
एसपी ने कहा कि गिरफ्तार लोगों की पहचान शुभम राय उर्फ शिवम (28), अशोक तीर्थानी उर्फ किक्का (57) और दिलीप कुकरेजा (44) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि मुंबई निवासी रवि मिश्रा वांछित आरोपी है।
स्थानीय निवासी हरजिंदर सिंह ने गोरखपुर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उनके रिश्तेदार हरविंदर को दो फरवरी को एक प्रमुख दूरसंचार सेवा कंपनी का वीआईपी फोन नंबर 49,999 रुपये में देने की पेशकश करने वाला एक एसएमएस (संदेश) प्राप्त हुआ।
शिकायत के अनुसार, ‘‘हरविंदर को एक व्यक्ति का फोन आया जिसमें उसने खुद को दूरसंचार कंपनी का एजेंट बताया और उसे 41,300 रुपये में वीआईपी सिम कार्ड देने की पेशकश की। कॉल करने वाले व्यक्ति ने भुगतान करने के लिए बैंक खाते का विवरण भी दिया। हरविंदर ने रुपये भेजे लेकिन उसे वादे के मुताबिक सिम कार्ड नहीं मिला।’’
एसपी ने बताया, ‘‘जांच में पता चला कि रुपये अशोक तीर्थानी के बैंक खाते में गये। तीर्थानी को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की गई जिसके आधार पर पुलिस दिलीप कुकरेजा और शुभम राय तक पहुंची।’’
उन्होंने कहा कि राय को इससे पहले 2017 में उत्तर प्रदेश में धोखाधड़ी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था।
अधिकारी ने बताया कि ठगी करके जमा की गई राशि का एक निश्चित प्रतिशत कथित तौर पर राय के मुंबई में रहने वाले दोस्त रवि मिश्रा को भेजा गया। राय और मिश्रा ने 2007 से 2012 के बीच मुंबई की फिल्म सिटी में साथ काम किया था।
उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पैसा जमा करने के लिए 52 बैंक खातों का इस्तेमाल किया।
पुलिस ने आरोपियों के पास से बैंक खातों के दस्तावेज, सात डेबिट कार्ड, चेक बुक, आधार कार्ड, आठ मोबाइल फोन और एक दोपहिया वाहन समेत अन्य चीजें जब्त की हैं। एसपी ने कहा कि मामले में आगे जांच जारी है।
भाषा सं दिमो अर्पणा
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