मुंबई, 21 अक्टूबर (भाषा) मुंबई पुलिस ने दिल्ली और बिहार से संचालित डाक टिकट की जालसाजी करने वाले गिरोह में कथित रूप से शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
आरोपियों की पहचान शमशुद्दीन अहमद (35), शाहिद रजा (35) और राकेश बिंद (45) के रूप में की गई है। बिंद को शहर से गिरफ्तार किया गया, जबकि अहमद और रजा को दिल्ली एवं बिहार से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि उनके बैंक खातों से आठ करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस रैकेट का तब पता चला जब मुंबई के मुख्य महाडाकपाल को पत्रों और लिफाफों की थोक बुकिंग में जाली टिकटों के इस्तेमाल की शिकायत मिली।
उन्होंने बताया कि शुरुआत में पत्रों पर चिपकाए गए 15 रुपये के कुछ टिकट संदिग्ध लगे। उन्होंने बताया कि ‘इंडिया सिक्योरिटी प्रेस’ में जांच करने पर वे नकली पाए गए।
डाक विभाग ने आंतरिक जांच की और बाद में माता रमाबाई अंबेडकर मार्ग पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने सबसे पहले मुंबई निवासी राकेश बिंद को गिरफ्तार किया, जिसके पास थोक ऑर्डर के लिए डाक टिकट उपलब्ध कराने की फ्रैंचाइजी थी।
इसके बाद जांच में इस रैकेट के तार बिहार और दिल्ली में जुड़े पाए गए तथा दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया।
यह गिरोह नकली डाक टिकटें उनके अंकित मूल्य से आधी कीमत पर बेचता था।
अधिकारी ने बताया कि भारतीय न्याय संहिता के तहत ‘सिक्कों, सरकारी टिकट, करेंसी नोट या बैंक नोट की जालसाजी’ का मामला दर्ज किया गया है और मामले की जांच जारी है।
भाषा सिम्मी संतोष
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