अगरतला, 11 जून (भाषा) त्रिपुरा युवा कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेता सहजन इस्लाम और उनके परिवार के सदस्यों को कथित तौर पर डराने-धमकाने के मद्देनजर राज्य मानवाधिकार आयोग से हस्तक्षेप की मांग की है। इस्लाम ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में मुख्यमंत्री माणिक साहा की आलोचना की थी।
कांग्रेस की युवा इकाई की राज्य शाखा के अध्यक्ष नील कमल साहा ने त्रिपुरा मानवाधिकार आयोग (टीएचआरसी) के अध्यक्ष अरिंदम लोध को लिखे पत्र में दावा किया कि इस्लाम के एक फेसबुक लाइव सत्र के बाद आठ जून को ‘‘भाजपा समर्थित गुंडों’’ ने पश्चिम अगरतला थाना क्षेत्र के शांतिपारा में सहजन के घर पर हमला कर दिया।
उन्होंने लिखा, ‘‘घर के सामान में तोड़फोड़ करने के अलावा गुंडों ने परिवार की महिलाओं के साथ भी दुर्व्यवहार किया। यह बहुत चिंता की बात है कि हमलावरों को गिरफ्तार करने के बजाय पुलिस ने सहजन के बुजुर्ग पिता और भाई को गिरफ्तार कर लिया…उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं के एक वर्ग ने सहजन को उनके घर से बेदखल करने की कोशिश की।
नील कमल साहा ने कहा, ‘‘केवल सहजन ही नहीं, बल्कि उन्होंने उनकी मां और पत्नी को भी इलाका छोड़ने का फरमान जारी किया है। वे परिवार को धमकी दे रहे हैं कि अगर वे इलाका नहीं छोड़ेंगे तो उनके घर को बुलडोजर से गिरा देंगे।’’
उन्होंने कहा कि त्रिपुरा प्रदेश युवा कांग्रेस (टीपीवाईसी) हमलावरों और बेदखली की धमकी देने वालों को गिरफ्तार करने के बजाय सहजन के पिता और भाई को जेल भेजने की कार्रवाई को उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन मानती है।
नील कमल साहा ने कहा,‘‘इसलिए, टीपीवाईसी ने सहजन और उनके परिवार के सदस्यों के अधिकारों की रक्षा के लिए मानवाधिकार आयोग से हस्तक्षेप का अनुरोध किया है।’’
भाजपा सदर (शहरी) जिला अध्यक्ष असीम भट्टाचार्य ने टीपीवाईसी द्वारा राज्य मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखने के घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए बुधवार को कहा कि मानवाधिकारों का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने मुख्यमंत्री माणिक साहा की छवि खराब करने के आरोप में सहजन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है और पश्चिम त्रिपुरा के पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। हमने उनके परिवार के सदस्यों को कोई धमकी नहीं दी है।’’
सहजन के पिता और भाई की गिरफ्तारी के बारे में पूछे जाने पर भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘हमने दोनों के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है। हमें नहीं पता कि पुलिस ने उन्हें क्यों गिरफ्तार किया।’’
भाषा धीरज वैभव
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