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Friday, 15 November, 2024
होमदेश'यह लड़ाई 'मित्रकाल' के खिलाफ है', सूरत कोर्ट से जमानत के बाद बोले राहुल गांधी

‘यह लड़ाई ‘मित्रकाल’ के खिलाफ है’, सूरत कोर्ट से जमानत के बाद बोले राहुल गांधी

कांग्रेस नेता गांधी ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'अपने मित्र अडाणी को बचाने' को लेकर आलोचना की.

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नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को 2019 के मानहानि मामले में सूरत की अदालत में अपनी सजा की अपील के बाद कहा कि ये ‘मित्रकाल’ के खिलाफ और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई हैं. यही सच उनका हथियार और आसरा है.

गांधी ने हिंदी में ट्वीट किया, ‘यह लड़ाई ‘मित्रकाल’ के खिलाफ और लोकतंत्र को बचाने के लिए है. इस लड़ाई में सत्य मेरा हथियार और सपोर्ट है. उन्होंने हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘अपने मित्र अडाणी को बचाने’ को लेकर आलोचना की.’

डिस्क्वालीफाइड सांसद राहुल गांधी को आज 2019 में मानहानि मामले में सूरत कोर्ट द्वारा 13 अप्रैल तक जमानत मिल गई है, जिसके बाद मामले में फिर से सुनवाई होगी.

राहुल गांधी के वकील गौरव पांड्या ने मीडिया से कहा कि राहुल गांधी को दोषी ठहराए जाने के मामले कोर्ट 3 मई को सुनवाई करेगी.

राहुल आज इस अदालत में पेश हुए और 23 मार्च को उन्हें दोषी ठहराए जाने के खिलाफ अपील फाइल की.

राहुल गांधी ‘मोदी सरनेम’ पर अपनी टिप्पणी को लेकर मानहानि मामले में सूरत की मजिस्ट्रेट कोर्ट द्वारा दोषी ठहराए जाने के खिलाफ स्टे के लिए अपील फाइल की है. कोर्ट ने इससे पहले कांग्रेस नेता को इस आदेश को लेकर अपील के लिए 30 दिन का समय दिया था. सूरत कोर्ट के फैसले के बाद राहुल गांधी को लोकसभा से डिस्क्वालिफाइड कर दिया गया था.

वहीं इससे पहले सूरत कोर्ट जाते समय राहुल गांधी के साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री भी सूरत कोर्ट पहुंचे. प्रियंका गांधी उनके साथ दिल्ली से जाने वाली इंडिगो फ्लाइट में नजर आईं.

वायनाड के पूर्व सांसद को 2019 में कर्नाटक में ‘मोदी सरनेम’ पर टिप्पणी करने को लेकर मानहानि मामले में कोर्ट के चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट एचएच वर्मा ने 23 मार्च को दो साल की सजा सुनाई थी.

गांधी के खिलाफ यह मानहानि का मामला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक व पूर्व गुजरात के मंत्री पूर्नेश मोदी ने फाइल की थी, यह कहने पर कि ‘कैसे सभी चोरों का सरनेम मोदी है?’

वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने सूरत की अपीलीय अदालत में खुद को दोषी ठहराए जाने के खिलाफ याचिका दायर करने के लिए अपने परिवार और पार्टी नेताओं के साथ जाने को लेकर राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा.

बीजेपी का हमला

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजु ने कहा, ‘राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को न्यायपालिका को डराने की कोशिश करने के बजाय, पूरे अन्य पिछड़े समुदाय(OBC)से माफी मांगनी चाहिए.

कांग्रेस केवल एक परिवार को भारत और उसके कानूनों से ऊपर मानते हैं.

बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने इससे पहले आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी पर हमला बोला और आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता ओबीसी समुदाय का बार-बार अपमान करने को लेकर अपने परिवार व मुख्यमंत्रियों के साथ पूरे धूमधाम व दिखावे के साथ जा रहे हैं.

भाजपा प्रवक्ता पात्रा ने कहा, ‘राहुल गांधी, अपने परिवार, सीएम अशोक गहलोत व भूपेश बघेल के साथ अपील के नाम पर हलचल पैदा करने के लिए सूरत जा रहे हैं (दो साल की सजा के खिलाफ). इस हंगामे की क्या जरूरत है?’

पात्रा ने कहा, ‘राहुल गांधी क्या यह सही नहीं है कि आपने ओबीसी समुदाय के खिलाफ जातिवादी टिप्पणी की? आपने उन्हें चोर कहा और गाली दी. आप सूरत अपने परिवार के लोगों और कुछ मुख्यमंत्रियों के साथ धूमधाम व दिखावे के साथ जा रहे हैं. क्या आप न्यायपालिका पर दबाव बनाना चाहते हैं? अपील करना लोकतांत्रिक हक है. आप ओबीसी समुदाय पर अपमान को लेकर बहस के लिए जा रहे हैं, आप सूरत में इस तरह जाकर उनके अपमान को और बढ़ा रहे हैं. क्या आप अपनी इन नौटंकियों के जरिए भारतीय न्यायालय पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं?’

इसके अलावा बीजेपी नेता ने राहुल गांधी के ‘अहंकार’ की निंदा करते हुए आरोप लगाया कि वह निचली अदालत में अपनी टिप्पणी को लेकर माफी मांगने को तैयार नहीं हैं.


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