तिरुवनंतपुरम, 21 जून (भाषा) केरल राज भवन ने शनिवार को उन खबरों को ‘पूरी तरह से निराधार’ करार दिया, जिनमें कहा गया था कि कुछ युवा और छात्र संगठनों द्वारा राज्यपाल के खिलाफ किए जा रहे विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए राज्यपाल की सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों से सुरक्षा मांगने का कोई प्रस्ताव दिया गया है।
राजभवन ने एक बयान में कहा कि उसने ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाया है और न ही उसकी ऐसी कोई योजना है तथा राज्यपाल को प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से कोई खतरा नहीं है।
उसने कहा कि राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को केरल पुलिस की कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता और कार्यकुशलता पर पूरा भरोसा है।
बयान में कहा गया है, ‘‘ वे (पुलिसकर्मी) अपना कर्तव्य बहुत अच्छे से और राजभवन की संतुष्टि के अनुसार निभा रहे हैं। केरल का राजभवन राज्यपाल पर किसी भी तरह के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष खतरे की संभावना को दृढ़ता से खारिज करता है।’’
राज भवन ने कहा कि मीडिया के एक वर्ग द्वारा प्रसारित की जा रही खबरों के जरिये अनावश्यक विवाद पैदा किया जा रहा है और ये केवल उनकी कल्पना एवं कयासों पर आधारित हैं।
उसने कहा, ‘‘मीडियाकर्मियों से अनुरोध है कि वे ऐसी निराधार खबरों को प्रकाशित या प्रसारित करके जनता को गुमराह करने से बचें।’’
वामपंथी छात्र और युवा संगठनों ने राज्यपाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है, क्योंकि उन्होंने (राज्यपाल ने) राजभवन में सरकारी कार्यक्रमों समेत सभी कार्यक्रमों में भारत माता की तस्वीर लगवायी है। इन कार्यक्रमों में भारत माता की जो तस्वीर लगायी गयी, वह आमतौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रमों में नजर आती है।
भाषा राजकुमार दिलीप
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